महाराष्ट्र के विख्यात शनि शिंगणापुर मंदिर जा रही महिलाओं के ग्रुप को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया है. महिलाएं मंदिर की ओर जाने की कोशिश करती रहीं, लेकिन प्रशासन ने इस मुहिम को सख्ती से नाकाम कर दिया.
महिलाओं की इस मुहिम को लेकर इलाके में तनाव बना हुआ है. मंदिर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, दरअसल, इस मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है, जबकि कुछ महिलाएं इस पुरानी परंपरा को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं.
महिलाओं के अधिकार और परंपरा के बीच टकराव!
‘भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड’ (BRB) नाम की संस्था का मानना है कि महिलाओं को भी मंदिर के भीतर प्रवेश का अधिकार मिलना चाहिए, क्योंकि देश का संविधान पुरुषों और महिलाओं को बराबर अधिकार देता है.
इस ग्रुप ने चेतावनी दी थी कि मंगलवार का प्रयास कामयाब रहने पर वे देश में अन्य स्थानों पर भी ऐसी कोशिश करेंगी, जहां भी महिलाओं का प्रवेश वर्जित है.
महिलाओं के ग्रुप ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें सीधे मंदिर जाकर पूजा करने की इजाजत नहीं दी गई, तो जरूरत पड़ने पर वे हेलिकॉप्टर से वहां पहुंचेंगी और पूजा-अर्चना करेंगी. BRB की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने सोमवार को कहा था,
हमने एक हेलिकॉप्टर का इंतजाम कर लिया है. अगर हमें सीधे रास्ते से प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी, तो हम हेलिकॉप्टर से सीढ़ी के जरिए मंदिर में उतरेंगे. हम किसी प्रकार की सुरक्षा से नहीं डरते, क्योंकि यह महिला अधिकारों का सवाल है.
मंदिर की सुरक्षा बढ़ाई गई
इसी बीच, पुलिस और मंदिर प्रशासन ने BRB कार्यकर्ताओं से निपटने के लिए तीन स्तरीय बैरिकेड्स लगाए हैं. मंदिर की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों और ग्रामीण स्वयंसेवकों को तैनात किया है.
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