सामाजिक रूप से महिला-विरोधी बयानों की फेहरिस्त में इजाफा करते हुए सबरीमाला मंदिर के अधिकारियों ने कहा है कि महिलाओं की शुद्धता जांचने की मशीन का आविष्कीर होने पर ही महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर विचार किया जाएगा.
इसके जवाब में अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए देश भर की महिलाओं ने सोशल मीडिया का रुख किया है. महिलाओं ने मेंस्ट्रुएशन या मासिक धर्म से जुड़े टैबू और मंदिर प्रशासन के खिलाफ फेसबुक पर ‘हैप्पी टू ब्लीड’ कैंपेन शुरू किया है.
हैप्पी टू ब्लीड पेज पर लिखा है:
केरल के सबरीमाला मंदिर के अध्यक्ष का यह कहना कि महिलाओं की शुद्धता जांचने की मशीन, जो यह बता सके कि यह सही वक्त है कि नहीं (का आविष्कीर होने पर ही वे महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर विचार करेंगे, एक लिंगवादी (सेक्सिस्ट बयान है.) इस तरह का बयान महिला-विरोध को बढ़ावा देता है और महिलाओं के बारे में फैली भ्रांतियों को मजबूत करता है.
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