योगी आदित्य नाथ ने यूपी के सीएम पद पर काबिज होकर अपने राजनीतिक करियर में एक नया कीर्तिमान बनाया है. पीएम मोदी से लेकर अमित शाह ने यूपी जैसे अहम राज्य के लिए योगी आदित्य नाथ पर अपना भरोसा जताया है.
गोरखपुर से बीजेपी सांसद और यूपी चुनावों में बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे योगी आदित्यनाथ ने खुद ही सीएम की कुर्सी पाने के लिए अपनी पोजिशनिंग शुरू कर दी थी. एक टीवी चैनल से बात करते हुए जब उनसे पूछा गया योगी आदित्यनाथ में तीन प्रमुख विशेषताएं कौन सी हैं तो उन्होंने कहा, “मैं तो सर्वज्ञ हूं.”
लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर जोर शोर से बयान दे विवादों में रहने वाले योगी का नाम बीजेपी के फायर ब्रांड नेताओं में शुमार रहा है. आदित्यनाथ अपनी कट्टर सांप्रदायिक सोच के लिए जाने जाते हैं.
योगी ने एक बार सीएम की विशेषताएं गिनाते हुए कहा था कि यूपी के मुख्यमंत्री में तीन तरह की विशेषताएं होनी चाहिए. सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक. हर नागरिक को सुरक्षा देने के साथ-साथ राज्य को विकसित करने का जज्बा उसमें होना चाहिए.
5 जून 1972 को जन्मे योगी उत्तराखंड से हैं. उन्होंने गढ़वाल यूनिवर्सिटी से मैथ्स में बीएससी किया और फिलहाल गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में महंत हैं. इसके साथ ही हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी है.
1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसद थे, वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने.
वे पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव जीते थे. इसके बाद 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार लोकसभा का चुनाव जीतते रहे. पूर्वी उत्तर प्रदेश में उनकी अच्छी-खासी पैठ मानी जाती है.
दामन में दंगों के दाग
साल 2007 में हुए गोरखपुर दंगों में योगी आदित्यनाथ को मुख्य आरोपी बनाया गया था. इस मामले में मामले में योगी की गिरफ्तारी भी हुई थी.
मंदिर में सरकार लगाते हैं योगी
भगवा कपड़े पहने योगी आदित्य नाथ अपने मंदिर में दरबार लगाते हैं. इस दरबार में वह लोगों की आम समस्याएं सुनते हैं. अब योगी आदित्य नाथ यूपी के सीएम बन चुके हैं ऐसे में देखना होगा कि वह किस तरह बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)