अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समीति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने बुधवार शाम यह ऐलान किया कि जाट समुदाय 10 मई को दिल्ली के जंतर-मंतर के लिए कूच करेगा. इसके पीछे 2 मांगें प्रमुख होंगी.
पहली मांग होगी हरियाणा के उन नौजवानों को रिहा करवाने की, जिन्हें हरियाणा जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं दूसरी मांग होगी जाटों को केंद्र की नौकरियों में आरक्षण देने की, जिसकी लड़ाई बीते काफी वक्त से चली आ रही है.
10 मई को जाट दिल्ली में रैली करेंगे. केंद्र सरकार से ये मांग करेंगे कि केंद्र सरकार की नौकरियों में जाटों को आरक्षण मिले और हमारे बच्चों को छोड़ा जाए.यशपाल मलिक, अध्यक्ष, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समीति
यशपाल मलिक ने यह भी कहा कि जाट नौजवान भाईयों को फरवरी में हुए आंदोलन के दौरान झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया था.
मलिक का ये आरोप है कि सरकार ने जाटों की मांग पूरी नहीं की है. सरकार ने जाट नेताओं से वादा किया था कि जाट नौजवानों को रिहा कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा किया नहीं गया है.
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