जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के लिए एक कार्यक्रम में उस वक्त असहज स्थिति बन गई जब उनके संबोधन के दौरान लोगों ने नारेबाजी कर दी.
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर कन्हैया द्वारा की गई टिप्पणी से लोग और ज्यादा नाराज हो गए. नारेबाजी के कारण उन्हें अपना भाषण छोटा करना पड़ा.
कन्हैया इंडिया टुडे माइंड रॉक्स समिट में हिस्सा लेने गए थे. भाषण की शुरुआत से ही लोगों ने हूटिंग शुरू कर दी थी लेकिन इसके बावजूद कन्हैया ने भाषण जारी रखा. कन्हैया के अनुसार,
जो लोग यहां हूटिंग कर रहे हैं उन्हें इसकी पूरी छूट है. आखिर देश में आजादी है. इसके लिए आप पर देशद्रोह नहीं लगाया जाएगा.कन्हैया कुमार, पूर्व छात्र संघअध्यक्ष जेएनयू
अपने जेल के अनुभवों को सुनाते हुए कन्हैया ने कहा कि ‘जेल जाने में क्या बुराई है, आखिर महात्मा गांधी और भगत सिंह भी तो जेल गए थे.’
कन्हैया कुमार हमेशा से प्रधानमंत्री के आलोचक रहे है. यहां भी उन्होंने प्रधानमंत्री की आलोचना शुरू कर दी जिसके बाद कुछ लोग भड़क गए. कन्हैया ने कहा था
आज उनका जन्मदिन है, इसमें खुशी की क्या बात जब आज देश के आधे लोग सड़क पर हैं और बाकी आधे जेल में. अगर देश में 65 प्रतिशत युवा हैं तो एक 65 साल का आदमी उनका नेता कैसे हो सकता है.कन्हैया कुमार, पूर्व छात्र संघअध्यक्ष जेएनयू
इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने कन्हैया के विरोध में नारेबाजी शुरु कर दी. जिसके बाद जल्द ही कन्हैया ने अपना भाषण खत्म कर दिया.
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