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केरल में निपाह से मौत: 20 केस हाई रिस्क पर, 2 हेल्थ वर्कर्स में लक्षण

Kerala के कोझीकोड जिले में Nipah Virus से 12 साल के एक बच्चे की मौत

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केरल 5 सितंबर को निपाह वायरस (Nipah Virus) के कारण एक 12 साल के लड़के की मौत के बाद से हाई अलर्ट पर है. साथ ही कोझीकोड जिले में अधिकारियों ने चौकसी बढ़ा दी है.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मीडिया को बताया कि 12 साल के लड़के के कांटेक्ट में आए 2 हेल्थ वर्कर्स में भी वायरस से इन्फेक्ट होने के लक्षण दिखाई दे रहे हैं.
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उनमें से एक कोझीकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्टाफ कर्मचारी है, और दूसरा कोझीकोड के एक निजी अस्पताल में स्टाफ मेंबर है, जहां लड़के का इलाज चल रहा था.

20 हाई रिस्क कॉन्टैक्ट्स की पहचान, कंटेनमेंट जोन घोषित

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि लड़के के कॉन्टैक्ट में आने वाले 158 लोगों की पहचान कर ली गई है और उनमें से 20 प्राथमिक संपर्क सूची में हैं.

हाई रिस्क केटेगरी में आने वाले 20 लोगों को शाम तक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.

मेडिकल कॉलेज के एक वार्ड को निपाह वार्ड में बदला जा रहा है. इसमें निपाह पॉजिटिव मरीज पेजले फ्लोर पर होंगे, जबकि लक्षण वाले लोगों का इलाज वार्ड की दूसरी मंजिल पर किया जाएगा.

साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस वार्ड में से COVID-19 के मरीजों को दूसरे बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा.

मंत्री ने कहा कि जिस इलाके में लड़का रहता था, उसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाएगा. इसके अलावा कन्नूर और मलप्पुरम के पड़ोसी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है और कोझीकोड में एक निपाह कंट्रोल रूम भी बनाया गया है.

ट्रैफिक डायवर्ट किया

ऐसी भी सूचना है कि पुलिस ने कथित तौर पर निपाह से मरने वाले बच्चे के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में ट्रैफिक डायवर्ट किया है.

पंचायत के जिस वार्ड में निपाह मिला उसे सील कर दिया और आसपास के अन्य वार्डों को लॉकडाउन भी लग चुका है.

केरल के हेल्थ डिपार्टमेंट ने इन्फेक्शन को फैलने से रोकने के लिए एक स्पेशल टीम और 16 कोर कमेटियों का गठन किया है.

केरल ने पहली बार 2018 में कोझीकोड और मलप्पुरम जिलों में निपाह वायरस का कहर देखा था. उस समय भी कोझीकोड जिले में ही निपाह वायरस का पहला मामला सामने आया था।

यह वायरस चमगादड़ों की लार से फैलता है. जून 2018 तक 17 मौतें और 18 कन्फर्म मामले थे. स्वास्थ्य विभाग ने वायरस के फैलाव को रोकने के लिए एडवायजरी भी जारी की है.

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