हैदराबाद, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)| तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य मंत्री के. टी. रामाराव (केटीआर) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दुष्कर्म पीड़िता पशु चिकित्सक के परिवार के साथ न्याय करने का आग्रह किया।
हैदराबाद के बाहरी इलाके में 27 नवंबर को युवा पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी।
रामा राव ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) में संशोधन की मांग की, ताकि जो भी हमारी महिलाओं और बच्चों के साथ इस तरह के जघन्य कृत्य को अंजाम दे, उन्हें बिना देरी के मृत्युदंड दिया जा सके। टीआरएस नेता ने मांग की कि इस तरह के मामलों में समीक्षा का कोई विकल्प नहीं होना चाहिए।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बेटे राम राव ने रविवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि निर्भया के भयावह दुष्कर्म और हत्या के सात साल बाद भी दोषियों को फांसी नहीं दी गई है।
रामा राव ने कहा कि तेलंगाना में हाल ही में एक नौ महीने की बच्ची का दुष्कर्म किया गया था, जिस पर निचली अदालत ने आरोपी को मृत्युदंड दिया, मगर हाई कोर्ट ने इसे आजीवन कारावास में बदल दिया।
रामा राव ने ट्वीट किया, "हैदराबाद में एक युवा पशु चिकित्सक की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी गई और अपराधियों को पकड़ लिया गया है। लेकिन मुझे आश्चर्य है कि हम कैसे पीड़ित परिवार को न्याय की मांग के लिए सांत्वना दे सकते हैं। न्याय में देरी न्याय नहीं है सर। इस मुद्दे को संसद सत्र में एक दिन की चर्चा के लिए प्राथमिकता के साथ लिए जाने की अपील करता हूं।"
उन्होंने कहा कि हमारे अधिनियमों और कानूनों के पुरातन हिस्सों में संशोधन करने का समय आ गया है।
रामा राव ने भारी जन आक्रोश के साथ दोषियों को तुरंत मौत की सजा देने की गुहार के बीच यह अपील की है।
पीड़ित परिवार ने रविवार को राजनेताओं से कहा कि वे उनके घर पर जाकर सांत्वना और सहानुभूति व्यक्त करने के बजाए उन्हें न्याय सुनिश्चित करें।
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