कोलकाता, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| क्या वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव कुमार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा सारदा घोटाला मामले में जांच के लिए बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद अपने आधिकारिक आवास 34, पार्क स्ट्रीट से सीबीआई के साथ कानूनी लड़ाई की निगरानी कर रहे हैं? या वह किसी अन्य सुरक्षित स्थान से आगे की घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं। क्या राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के वर्तमान अतिरिक्त महानिदेशक कुमार चुपचाप शहर के बाहर चले गए हैं? अब यह सवाल हर तरफ है कि सीबीआई इस समय कोलकाता के सबसे चर्चित और सबसे वांछित व्यक्ति माने जा रहे व्यक्ति की लोकेशन का पता लगाने के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू करने की तैयारी कर रही है।
राजीव कुमार को अंतिम बार सार्वजनिक रूप से शुक्रवार को देखा गया था, जब कोलकाता हाईकोर्ट ने घोटाले में उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम राहत वापस ले ली थी।
राज्य के पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र ने राजीव से संबंधित जानकारी मांगने वाले सीबीआई के एक पत्र का औपचारिक जवाब देते हुए कहा कि नौ सितंबर से 25 सितंबर तक के आधिकारिक अवकास पर चल रहे कुमार से इसके बाद से संपर्क नहीं हो सका है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, कुमार के दो औपचारिक फोन और उनके अंगरक्षक का मोबाइल नंबर स्विच ऑफ है। पूछताछ के लिए राजीव कुमार को पेश होने का नोटिस देने शुक्रवार को पार्क स्ट्रीट गए सीबीआई अधिकारी उनसे नहीं मिल सके। यह नोटिस उनके एक रिश्तेदार ने प्राप्त किया।
पिछले पांच दिनों में 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी को दो और नोटिस भेजे गए, लेकिन राजीव कुमार ने व्यक्तिगत रूप से एक भी नोटिस प्राप्त नहीं किया।
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