चंडीगढ़, 23 मई (आईएएनएस)। पंजाब में डेरा-प्रेमी की हत्या और एक पुजारी पर गोली चलाने सहित कई जघन्य अपराधों में शामिल खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के दो लोगों को रविवार को पंजाब में गिरफ्तार किया गया है।
दोनों केटीएफ के कनाडा स्थित प्रमुख, हरदीप सिंह निज्जर के निर्देश पर काम कर रहे थे, जिसका नाम संयोग से खालिस्तानी गुर्गों की सूची में आया था, जिसे मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को 2018 को भारत की यात्रा के दौरान सौंपा था।
मोगा जिले के मेहना गांव से शनिवार देर रात लवप्रीत सिंह और राम सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने एक और डेरा-प्रेमी को मारने की योजना को भी नाकाम कर दिया, जिसे वे गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों में बदला लेने के लिए निशाना बना रहे थे।
इनके पास से 0.32 बोर की तीन पिस्टल, 38 जिंदा कारतूस और 0.315 बोर की एक पिस्टल, 10 कारतूस समेत दो मैगजीन बरामद की गई हैं।
डीजीपी गुप्ता ने कहा कि इसके अलावा, निज्जर, उनके तीन अन्य केटीएफ के सह-साजिशकर्ता अर्शदीप, रमनदीप और चरणजीत कनाडा में छिपे हुए हैं, जबकि कमलजीत शर्मा अभी भी फरार है।
उन्होंने कहा कि अर्शदीप सिंह और रमनदीप सिंह को 2017 और 2019 में कानूनी रूप से कनाडा गए थे, जबकि चरणजीत सिंह 2013-14 में अवैध रूप से वहां गया था।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (मोगा) हरमनबीर सिंह गिल के नेतृत्व में, गुप्ता ने कहा कि लवप्रीत सिंह और शर्मा अर्शदीप सिंह को जानते थे, क्योंकि वे सभी बचपन से एक ही गांव के थे।
उन्होंने कहा कि आरोपियों के आगे के संबंधों का पता लगाने और अन्य पिछले अपराधों का पता लगाने के लिए जांच जारी है, जिनमें वे शामिल हो सकते हैं।
डीजीपी ने कहा कि फरार आरोपी शर्मा की गिरफ्तारी के लिए तलाश शुरू कर दी गई है, जबकि निज्जर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है, जिसे कनाडा के अधिकारियों ने नो फ्लाई लिस्ट में भी डाला है।
--आईएएनएस
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