फिल्म 'पा' में आमिताभ बच्चन ने एक लाइलाज बीमारी 'प्रोजेरिया पीड़ित का किरदार निभाया था, ठीक वैसी ही बीमारी से जबलपुर में रहने वाला श्रेयस बारमाटे जूझ रहा है . इस बीमारी में 10 साल की उम्र में ही ये मासूम बुजुर्गों की तरह दिखने लगा है और इस बीमारी का कहीं कोई इलाज नहीं.
मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शुक्रवार को श्रेयस को एक दिन का अध्यक्ष बनाया है. श्रेयस डांस और म्यूजिक का शौकीन है. उसने इस बात की इच्छा जताई थी कि उसे प्रोग्राम के दौरान गाने और नाचने दिया जाए. श्रेयस एक दिन के लिए अध्यक्ष पद मिलने के बाद काफी खुश नजर आया.
डॉक्टरों के अनुसार इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है और ऐसे बच्चे अल्पायु होते हैं, इसलिए ऐसे बच्चों को हमेशा खुश रखना चाहिए.
श्रेयस जबलपुर के ब्राइट कान्वेंट स्कूल में अपने जुड़वा भाई सिद्धांत के साथ पांचवीं क्लास की पढ़ाई कर रहा है और उसका व्यवहार और बच्चों की तरह सामान्य है.
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