राय ने एक लिखित उत्तर में कहा, प्रधानमंत्री विकास पैकेज (पीएमडीपी) के तहत, 5,502 कश्मीरी पंडितों को घाटी में जम्मू और कश्मीर सरकार के विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी प्रदान की गई है।
5 अगस्त, 2019 से घाटी से पलायन करने वाले कश्मीरी पंडितों की संख्या पर अपने जवाब में राय ने आगे कहा, रिकॉर्ड के अनुसार, उक्त अवधि के दौरान किसी भी कश्मीरी पंडित ने कथित तौर पर घाटी से पलायन नहीं किया है।
यह सवाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पूछा था।
दिग्विजय के अन्य प्रश्न पर राय ने कहा, सरकार ने प्रधानमंत्री विकास पैकेज, 2015 (पीएमडीपी-2015) के तहत कश्मीर घाटी के विभिन्न जिलों में लगे हुए कश्मीरी प्रवासी कर्मचारियों के लिए 6,000 पारगमन आवास के निर्माण को मंजूरी दी है।
सिंह ने पूछा कि क्या केंद्र सरकार ने प्रवासी कर्मचारियों के लिए अस्थायी घर बनाने का फैसला किया है।
उन्होंने अपने जवाब में आगे कहा कि 1,025 इकाइयों का निर्माण पूरा हो चुका है या काफी हद तक पूरा हो चुका है, जबकि 1,872 इकाइयां पूर्णता के विभिन्न चरणों में हैं और शेष इकाइयों पर काम शुरू कर दिया गया है।
--आईएएनएस
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