पूर्व विधायक और माफिया सरगना मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की खातिरदारी मंगलवार को बांदा मंडल कारागार के डिप्टी जेलर और चार बंदी रक्षकों पर भारी पड़ गई. पांचों को निलंबित कर दिया गया है. निरीक्षण के दौरान डीएम-एसपी के लिए गेट खोलने में अनावश्यक देर की गई. बैरक गेट खोलने में भी यही हुआ.
मुख्तार की बैरक में बड़ी मात्रा में आम, खजूर, कीवी जैसे फल पाए गए. जेल मैनुअल से अलग विशेष खाना मिला. डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को निलंबित कर डॉ. संपूर्णानंद कारगार प्रशिक्षण संस्थान से संबद्ध किया गया है. एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने मुख्तार को जेल में बाहर का खाना देने के मामले में सरकार से जवाब मांगा था.
सोमवार रात डीएम अनुराग पटेल, एसपी अभिनंदन, सीओ सिटी राकेश कुमार सिंह, एसओजी और पुलिस बल के साथ अचानक मंडल कारागार पहुंचे. पहले गेट में प्रवेश के बाद दूसरे गेट पर अफसरों को करीब 15 मिनट इंतजार करना पड़ा, तब गेट खोला गया. अधिकारी सीधे मुख्तार की तन्हाई बैरक (15 और 16 नंबर) पहुंचे. बैरक बंद थी.
डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप से बैरक की चाबी मांगी गई. चाबी लाने में भी उन्होंने 15 मिनट लगा दिए, जिस पर अफसरों को संदेह हुआ. अधिकारियों ने बैरक की तलाशी ली तो वहां दहशरी आम, खजूर और कीवी के साथ जेल मैन्युअल से अलग खाना मिला.
अधिकारियों ने पूछताछ की तो पहले सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया. जेल मैन्युअल से अलग स्पेशल ट्रीटमेंट देने के आदेश की जानकारी मांगी तो डिप्टी जेलर ने बताया कि प्रभारी जेलर के निर्देश पर फल और बाहर से खाना मंगवाया जाता है.
प्रभारी जेलर हफ्ते भर की छुट्टी पर बहराइच गए हैं. चित्रकूट के डिप्टी जेलर संतोष कुमार को प्रभार मिला है, जो निरीक्षण के वक्त होटल में थे. जेल में मिली गंभीर अनियमितताओं और निरीक्षण में बाधा डालने की रिपोर्ट अधिकारियों ने महानिदेशक कारागार प्रशासन को भेजी. इस पर डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया.
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