नोएडा (Noida) में हेल्थ सेक्टर से जुड़ी कंपनी कोजिटो (Cogito) कंपनी के 100 से ज्यादा कर्मचारी कंपनी के परिसर में विरोध करने लगे. कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें कंपनी ने बिना नोटिस दिए निकाल दिया है. उनकी मांग है कि या तो स्थाई नौकरी दी जाए या फिर तीन महीने की सैलरी एडवांस में दी जाए.
इसे लेकर कर्मचारियों ने कई घंटे तक हंगामा किया. यह कंपनी नोएडा के सेक्टर-2 में है. यहां करीब 700 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं.
कंपनी में एक प्रोजेक्ट के टीम लीडर गौरव ने बताया कि, "जब हमें कंपनी में नौकरी मिली तो लगा कि अब सब कुछ अच्छा होगा. छह महीने से सब सामान्य तरीके से चलता रहा. लेकिन 27 अप्रैल को जैसे ही मैं और मेरे कुछ साथी कंपनी पहुंचे तो प्रबंधन ने बताया गया कि आज उनकी नौकरी का आखिरी दिन है. इसके बाद कर्मचारियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नौकरी के संबंध में 180 दिन के लिए कोई समझौता नहीं हुआ था. न ही इस संबंध में कोई जानकारी कर्मचारियों को दी गई थी. प्रबंधन मनमानी कर रहा है और कर्मचारियों का करियर बर्बाद करने पर तुला है.
जब कर्मचारी हंगामा कर रहे थे उसी दौरान सूचना पर SHO ध्रुव भूषण दुबे मौके पर पहुंचे. एसएचओ ने कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया. साथ ही प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच दो बार बात कराई, लेकिन बात नहीं बनी.
ADCP नोएडा शक्ति अवस्थी ने ने कहा कि, कंपनी प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच कुछ मतभेद हुआ था. ये आशंका जताई जा रही थी कि कर्मचारियों को एक झटके में निकाल दिया जाएगा. अब कंपनी और कर्मचारियों के बीच अंडरस्टेंडिंग हो गई है. मौके पर शांति व्यवस्था कायम है.
हालांकि, एक कर्मचारी ने कहा कि, पुलिस कर्मचारियों के पक्ष में नहीं है. इधर, कंपनी प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि, कर्मचारियों को एग्रीमेंट के तहत महज 180 दिन के लिए रखा गया था. यह अवधि पूरी हो चुकी है. सभी कर्मचारियों को अब तक किए गए काम की पूरी सैलरी दी जा चुकी है. वहीं कर्मचारियों ने कंपनी के इस बयान को खारिज कर दिया है.
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