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“अयोध्या के आनंद को अबू धाबी की खुशी ने बढ़ाया”: मंदिर उद्घाटन के बाद PM मोदी| 10 Points

पीएम नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी को अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया.

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पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार, 14 फरवरी को UAE के अबू धाबी (Abu Dhabi) में बने पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने उद्घाटन समारोह के बाद कहा कि आज यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) की धरती ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है. आज अबूधाबी में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण हो रहा है.

पीएम मोदी ने इस मंदिर की आधारशिला साल 2015 में अपने दौरे के दौरान रखी थी.

आईए आपको PM मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें बताते हैं:

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  • "अब तक जो UAE बुर्ज खलीफा, फ्यूचर म्यूजियम, शेख जायद मस्जिद और दूसरी हाइटेक बिल्डिंग्स के लिए जाना जाता था, अब उसकी पहचान में एक और सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है."

  • "इस भव्य मंदिर को साकार करने में अगर किसी की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका है, तो वह कोई और नहीं बल्कि मेरे भाई महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद हैं."

  • "मैं पूरे भारत और विश्व भर में रहने वाले करोड़ों भारतवासियों की ओर से शेख मोहम्मद को और UAE सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं."

  • "मुझे उम्मीद है कि BAPS मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सद्भाव और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा."

  • "अबूधाबी का ये विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थली नहीं है. ये मानवता की सांझी विरासत का प्रतीक है. ये भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक है."

  • "इस पल के पीछे वर्षों की मेहनत लगी है. इसमें वर्षों पुराना सपना जुड़ा है. इसमें भगवान स्वामी नारायण का आशीर्वाद जुड़ा है. आज प्रमुख स्वामी जी जिस दिव्य लोक में होंगे, उनकी आत्मा जहां होगी, वहां प्रसन्नता का अनुभव कर रही होगी."

  • "अभी पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है. ये मेरा सौभाग्य है कि मैं पहले अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर और फिर अब अबु धाबी में इस मंदिर का साक्षी बना हूं... अयोध्या के परम आनंद को अबू धाबी में मिली खुशी ने और बढ़ा दिया"

  • "परमात्मा ने मुझे जितना समय दिया है, उसका हर एक पल और परमात्मा ने जो शरीर दिया है, उसका कण-कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है. 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं."

  • "हमारी संस्कृति, हमारी आस्था हमें विश्व कल्याण के इन संकल्पों का हौसला देती है. भारत इस दिशा में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र पर काम कर रहा है."

  • "हमें विविधता में बैर नहीं दिखता, हमे विविधता ही विशेषता लगती है."

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