ADVERTISEMENTREMOVE AD

पीएम मोदी वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट पर खफा, दिया 1 महीने का अल्टीमेटम

वर्ल्ड बैंक ने भारत को आसानी से बिजनेस करने लायक देश की लिस्ट में 130वें पायदान पर रखा है. 

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

वर्ल्ड बैंक की ओर से जारी की गई रिपोर्ट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जताई है. पीएम मोदी ने अफसरों को एक महीने के भीतर व्यापार शुरू करने को आसान बनाने की प्रक्रिया में सुधार करने का अल्टीमेटम दिया है. पीएम ने केंद्र सरकार के सचिवों के साथ-साथ राज्यों के सचिवों को वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट पढ़कर जरूरी सुधार करने को है.

वर्ल्ड बैंक ने हाल ही में जारी की गई 'इजी डूइंग बिजनेस 2017' रिपोर्ट में 190 देशों की लिस्ट में भारत को 130वां स्थान दिया गया है. पिछले साल भारत 131वें नंबर पर था. इस रिपोर्ट पर पीएम मोदी ने सुधार के लिए अधिकारियों से सुझाव मांगे हैं. मोदी सरकार ने वर्ल्ड बैंक की ओर से दर्जनभर सुधारों को नजरअंदाज करने पर विरोध जताया था.

एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ”वर्ल्‍ड बैंक की हालिया ‘इजी डूइंग बिजनेस’ रिपाेर्ट का जिक्र करते हुए, प्रधानमंत्री ने सभी मुख्‍य सचिवों और सरकार के सभी सचिवों को उन क्षेत्रों की पहचान करने को कहा है, जहां उनके विभागों और राज्‍यों में सुधार की गुंजाइश है. उन्‍होंने (पीएम मोदी) सभी से इस संबंध में एक महीने के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है. जिसके बाद कैबिनेट सेक्रेट्री उनकी समीक्षा करेंगे.”

व्यापार मंत्री ने भी जताई निराशा

वाणिज्य एवं व्यापार मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्र और राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों और सुधारों को महत्व न दिए जाने पर निराशा जताई. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी व्यापार शुरू करने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहती हैं. लेकिन फिर भी वर्ल्ड बैंकिगं की रैंकिंग में इन प्रयासों को पर्याप्त महत्व नहीं दिया गया.

सीतारमण ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वह वर्ल्ड बैंक की आलोचना नहीं कर रही हैं. लेकिन सरकार को भारत की रैंकिंग सुधारने के लिए और भी तेजी के साथ काम करना होगा.

सीआईआई ने की रिपोर्ट की आलोचना

सीआईआई ने भी रैंकिंग की आलोचना की है. सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा है कि वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में व्यापारिक माहौल में आए सार्थक बदवावों को नजरअंदाज किया गया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×