पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्पेक्ट्रम आवंटन में घोटाले के आरोप से बरी होने के बाद पूर्व टेलीकॉम मिनिस्टर ए राजा का हौसला बढ़ाया है. दरअसल राजा ने अदालत का फैसला आने के बाद मनमोहन को चिट्ठी लिखकर कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया. उन्होंने देश हित में कदम उठाया था. इसके जवाब में मनमोहन सिंह ने उन्हें चिट्ठी लिख कर कहा, ''मैं खुश हूं कि अदालत में आपके रुख की जीत हुई.''
‘हमेशा देशहित में काम किया’
ए राजा ने अपनी चिट्ठी में लिखा, ''सर, एक दशक पहले आज ही के दिन मैंने आपको यूएएस लाइसेंस और 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन के बारे में चिट्ठी लिखी थी. उस वक्त हममें से किसी ने यह नहीं सोचा था कि यह मामला हमारे राजनीतिक और निजी जीवन में क्या उथल-पुथल मचाएगा. कुछ ताकतवर लोगों और मी़डिया के एक वर्ग की मिलीभगत से प्रोपगंडा किया गया. मामले को हजार गुना बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया. झूठ और प्रोपगंडा से वे मीडिया और ज्यूडीशियरी को प्रभावित करने में सफल रहे. इसने आपकी यूपीए सरकार की बलि ले ली. और मेरी जिंदगी के महत्वपूर्ण सात साल ले लिए. इनमें से 15 महीने मैं जेल में रहा.''
चिट्ठी में आगे लिखा है:
मैंने कोई गलत काम नहीं किया और हमेशा देश हित में सोचा. यही वजह है कि अदालत में फैसला मेरे पक्ष में आया. अदालत ने साबित कर दिया कि सच क्या है. यही वजह है कि आप भी मेरे पक्ष में खड़े हैं. पहले आप ऐसा नहीं कर सके थे.
‘अदालत में सच जीता, आपका रुख सही’
इसके जवाब में मनमोहन ने लिखी चिट्ठी में लिखा:
मैं बहुत खुश हूं कि अदालत में आपके रुख की जीत हुई. इस मामले की वजह से आपको और आपके परिवार को काफी कष्ट उठाना पड़ा. लेकिन आपके साथी अदालत के फैसले के बाद राहत महसूस कर रहे हैं. आखिर सच की जीत हुई. आपको और आपके परिवार को नए साल की बधाई.
सीबीआई अदालत ने हाल में 2 स्पेक्ट्रम मामले में यूपीए सरकार में टेलीकॉम मिनिस्टर रहे ए राजा और डीएमके नेता एमके कनिमोझी को बरी कर दिया था. अदालत ने कहा था कि स्पेक्ट्रम आवंटन में घोटाले का कोई सबूत नहीं है. कैग ने इस स्पेक्ट्रम आवंटन में कथित घोटाले से सरकार को 1,76,000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने की बात की थी, लेकिन सीबीआई इसे साबित नहीं कर पाई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)