दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने 9 दिन से चल रहे धरने को खत्म कर दिया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस बात की जानकारी दी है. सिसोदिया ने कहा है ,आईएएस अधिकारी बैठक में शामिल हुए, ऐसा संकेत दे रहे हैं कि उन्हें ऊपर से आदेश मिल गया है. मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि 9 दिनों से एलजी आवास में बैठना धरना नहीं था, एलजी से मिलने का इंतजार था.
हमारी कोई अधिकारियों से लड़ाई थोड़े ही थी, आज अधिकारी ऐसा संकेत दे रहे हैं कि उन्हें ऊपर से आदेश मिल गया है,अब मंत्रियों के साथ मीटिंग में जाया करें, ये अच्छी बात है.मनीष सिसोदिया, डिप्टी सीएम, केजरीवाल
उपराज्यपाल ने लिखी थी चिट्ठी
इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर अधिकारियों से जल्द से जल्द बातचीत करने के लिए कहा था. वहीं आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल अनिल बैजल पर आरोप लगाया कि वो केंद्र की बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा-
आईएएस अधिकारी और सरकार दोनों गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत करना चाहते हैं. लेकिन उप-राज्यपाल बैठक नहीं बुला रहे, जिससे हमारा आरोप साबित होता है कि वो नरेंद्र मोदी के इशारे पर काम कर रहे हैं.
कहां से शुरू हुआ पूरा मामला?
दिल्ली सरकार और IAS अफसरों के बीच चल रही ये खींचतान फरवरी में शुरू हुई थी. जब सीएम आवास पर केजरीवाल की मौजूदगी में ही आप के दो विधायकों ने मुख्य सचिव अंशू प्रकाश के साथ कथित तौर पर मारपीट की. इसके बाद से ही दिल्ली के आईएएस अधिकारी मंत्रियों और मुख्यमंत्री की नियमित बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं. केजरीवाल ने रविवार को अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का वादा किया था और मंत्रियों की बैठक में उपस्थित होने और काम पर लौटने का आग्रह किया था. वहीं सोमवार को आईएएस अधिकारियों ने दिल्ली सरकार से बातचीत पर सहमति जताई.
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