2019 लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का तकरीबन सूपड़ा साफ हो गया. दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में 'आप' को एक सीट भी नसीब नहीं हुई. इस बड़ी हार के बाद निराश पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी.
केजरीवाल ने रविवार को पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग में करीब हजार पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले अन्ना हजारे ने मुझसे कहा था कि जब कोई राजनीति में आता है, तो उसमें अपमान सहने की क्षमता होनी चाहिए."
हमें कई बार अपमान सहना पड़ता है और मुझे अपने कार्यकर्ताओं पर गर्व होता है कि वह अपमान को स्वीकार करते हैं.अरविंद केजरीवाल, आप संयोजक
केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगे कहा, "अब, आप दिल्ली के लोगों के पास जाइए और उन्हें बताइए कि बड़ा चुनाव खत्म हो गया है. अब छोटा चुनाव आने वाला है. उनसे कहिए कि इन चुनावों में 'काम' के आधार पर अपना वोट दीजिए, 'नाम' के आधार पर नहीं."
बता दें, लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दिल्ली की सभी सात सीट बड़े मार्जिन से हार गई. इससे पहले 2015 दिल्ली विधानसभा में पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीती थी.
केजरीवाल ने बताई 'आप' की सबसे बड़ी ताकत
केजरीवाल ने ईमानदारी और मेहनत को पार्टी की सबसे बड़ी ताकत बताया है. उन्होंने कहा कि पार्टी की सबसे बड़ी ताकत ये है कि वह ईमानदारी और मेहनत के अपने सिद्धांतों से भटकती नहीं है.
केजरीवाल ने कहा, "26 नवंबर 2013 को पार्टी बनी थी. तब हम सब जितने ईमानदार थे, आज भी उतने ही ईमानदार है. मुझे ये कहते हुए गर्व हो रहा है कि हम पार्टी के सिद्धांतों से भटके नहीं हैं. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और मेरे खिलाफ कई सीबीआई छापे मारे गए, लेकिन इन लोगों को भ्रष्टाचार का एक पैसा भी नहीं मिला. आप सभी को इस पर गर्व होना चाहिए."
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