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मुलायम कुनबे की रार बरकरार, ट्रस्ट की बैठक में नहीं गए अखिलेश

मुलायम ने अखिलेश के चार करीबियों को किया लोहिया ट्रस्ट से बाहर

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समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के कुनबे की रार अभी थमी नहीं है. मंगलवार को मुलायम ने लोहिया ट्रस्ट की बैठक में बुलाई थी. इस बैठक में मुलायम सिंह यादव और शिवपाल के करीबी तो शामिल हुए लेकिन पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके करीबी इस बैठक में शामिल होने नहीं पहुंचे. बैठक में मुलायम ने समाजवादी विचारधारा के व्यापक प्रचार-प्रसार की जरुरत बताई और अखिलेश खेमे के चार बड़े नेताओं को ट्रस्ट से बाहर कर दिया.

बैठक में शामिल एक सदस्य ने बताया कि ट्रस्ट के मुख्य न्यासी और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम ने समाजवादी विचारधारा के व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि समाजवादी लेखकों के लेखों को एकत्र करके उनका प्रकाशन किया जाए, ताकि युवा पीढ़ी समाजवादी विचारों के बारे में गहराई से जान सके.

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बैठक में शिवपाल-धर्मेंद्र गए, अखिलेश-रामगोपाल नहीं पहुंचे

बैठक में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, महासचिव आजम खां, राम गोपाल यादव और बलराम यादव जैसे वरिष्ठ सदस्यों ने शिरकत नहीं की. हालांकि बैठक में मुलायम, उनके छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव, वरिष्ठ नेता भगवती सिंह और मुलायम के भतीजे और बदायूं से सांसद धर्मेन्द्र यादव शामिल हुए.

बैठक में दीपक मिश्रा, राजेश यादव, राम नरेश यादव और रामसेवक को ट्रस्ट का सदस्य बनाने का फैसला किया गया. इस तरह अब ट्रस्ट के सदस्यों की संख्या 13 हो गयी है.

अखिलेश के चार करीबी ट्रस्ट से बाहर

बैठक में मुलायम ने अखिलेश के करीबी चार सदस्यों को लोहिया ट्रस्ट से बाहर कर दिया है. इनमें राम गोविंद चौधरी, अशोक शाक्य, अहमद हसन और उषा वर्मा शामिल हैं. इनकी जगह पर शिवपाल के नजदीकी दीपक मिश्रा, राम नरेश यादव, राम सेवक यादव और राजेश यादव को सदस्य बनाया गया है.

दो घंटे चली बैठक में लोहिया ट्रस्ट के अध्यक्ष मुलायम ने यह फैसला लिया कि कई बार बैठक में चार सदस्य शामिल नहीं हुए हैं. ऐसे में जो निष्क्रीय सदस्यों को हटाकर नए सदस्य बनाए जा रहे हैं.

शिवपाल ने कहा- पार्टी को मजबूत बनाने पर विचार किया जा रहा है

बैठक के बाद शिवपाल ने कहा कि बैठक में लोहिया के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने पर चर्चा की गयी. उन्होंने कहा कि इस समय पार्टी को एक करके मजबूत करने पर विचार किया जा रहा है. हम लोग आपस में बैठकर चर्चा कर रहे हैं.

सपा में पार्टी पर अधिकार को लेकर अखिलेश और शिवपाल खेमों के बीच हुई खींचतान जगजाहिर है. आज सबकी निगाहें लोहिया ट्रस्ट की बैठक पर इस बात को लेकर लगी थीं कि इसमें अखिलेश शामिल होते हैं या नहीं.

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