समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को ट्वीट कर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश ने नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बाद योगी सरकार के एक्शन और पीएम मोदी के कपड़ों वाले बयान का भी जिक्र किया. अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार हिंदू-मुस्लिम एकता से डर गई है.
लगातार योगी सरकार पर हमलावर अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा कि योगी सरकार गरीब लोगों की संपत्ति जब्त करना चाहती है और बदला लेने की धमकी दे रही है. अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा,
“हिंदू-मुस्लिम एकता से यह डरी हुई सरकार, जनता पर अपराधी होने का आरोप लगा रही है. गरीब लोगों की संपत्ति को जब्त करना चाह रही है. लोगों के पहनावे पर टिप्पणी दे रही है. नागरिकों से बदला लेने की धमकी दे रही है. पर सरकार यह बताए कि पुलिस द्वारा फैलाई गई बर्बरता पर कब जांच होगी?”
एनपीआर पर उठाए थे सवाल
इससे पहले अखिलेश यादव ने एनपीआर पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि सरकार जो एनआरसी से नहीं कर पाई, अब एनपीआर से करने जा रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि जातीय जनगणना कराने में सरकार को दिक्कत क्यों है? एनपीआर में कई ऐसे बिंदु लाए गए हैं, जिनके कागज मिलेंगे ही नहीं. ये जो काम एनआरसी से नहीं कर पाए, वो एनपीआर से कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि प्रदर्शनों के दौरान लोगों की जान जाने का कारण मुख्यमंत्री की भाषा है. मुख्यमंत्री के 'ठोको' बोलने का यह परिणाम है. कई वीडियो आए हैं, जिसमें पुलिस ने नुकसान किया है. बीजेपी सरकार अपने मुद्दे पर विफल है, तभी ऐसा कर रही है.
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