उत्तर प्रदेश की राजनीति में यादव परिवार में चल रही कलह पर उस वक्त विराम लग गया जब मुलायम सिंह यादव की दोनों बहुओं ने एक साथ मंच साझा किया. अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव अपनी देवरानी अपर्णा यादव के लिए वोट मांगने लखनऊ के नाका हिंडोला पहुंची थीं. डिंपल पहली बार अपर्णा के लिए कैंपेन करने पहुंची थीं.
‘बड़ी भाभी आशीर्वाद देने आई हैं’
अपर्णा यादव लखनऊ की कैंट सीट से समाजवादी पार्टी की कैंडिडेट हैं और पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. यादव परिवार में झगड़े पर उठ रहे सवाल को देखते हुए अपर्णा ने कहा
आज बड़ी भाभी मुझे आशीर्वाद देने आई हैं ये देखकर हमारे परिवार के बारे में बातें करने वालों को करारा झापड़ लगा होगा. हमारे परिवार के बारे में बड़ी-बड़ी टिप्पणियां की गईं, मैं पूछना चाहती हूं कि जो लोग हमारे परिवार के बारे में बोलते थे अब वो बताएं कि उन्होंने अपने परिवारों के लिए क्या किया.
‘जिन्होंने नोटबंदी की उनकी वोटबंदी कर देना’
केंद्र सरकार को घेरते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि
केंद्र में एक ऐसी सरकार है जिसने आते ही प्याज के दाम इतने बढ़ा दिए कि लोग कहने लगे कि विदाई में बेटी को प्याज देना पड़ेगा. इस बार संकल्प लो कि जिन्होंने नोटबंदी की उनकी वोटबंदी कर देना.
डिंपल यादव ने भी केंद्र और मायावती पर बोला हमला
अपर्णा यादव के लिए वोट मांगने आईं जेठानी डिंपल यादव ने कहा
पहले और दूसरे चरण के चुनाव हो चुका है. दोनों में साइकिल आगे निकल चुकी है. यह चुनाव सिर्फ विधायक चुनने का नहीं बल्कि इस बार यह भी तय करना है कि सीएम किसे चुनना है इसलिए आप लोग अपर्णा को वोट दें साथ ही मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश को चुनें. पिछली बार कैंट सीट रह गई थी इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए.
‘मोदी ने लोगों को लाइन में लगाया, बुआ ने हाथियों को’
डिंपल ने कहा विपक्षी नेताओं का ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है. केंद्र सरकार ने नोटबंदी कर लोगों को लाइन में खड़ा करने का काम किया है
वहीं हमारी बुआ जी ने हाथियों को लाइन में खड़ा कर दिया था. हम वो लोग हैं जो कहते हैं वो करते हैं. हम मन की बात नहीं करते काम की बात करते हैं.
मुलायम ने भी बहू अपर्णा के लिए वोट मांगे
अपर्णा और डिंपल की साझा रैली से ठीक पहले मुलायम सिंह यादव ने भी बहू अपर्णा के लिए वोट मांगा. मुलायम ने कहा
अपर्णा मेरे लड़के की पत्नी है इसलिए मेरे सम्मान की बात है. उसे जिता देना. ये पार्टी के सम्मान की बात तो है ही मेरे सम्मान की भी बात है.
अपर्णा यादव का मुकाबला कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गईं रीता बहुगुणा जोशी से है.
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