केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर विपक्षी पार्टियों पर नागरिकता कानून (CAA) को लेकर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है. रविवार को जबलपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, "CAA पर बीजेपी एक जन जागरण अभियान चला रही है. ये जन जागरण अभियान बीजेपी इसलिए चला रही है क्योंकि कांग्रेस पार्टी, केजरीवाल, ममता बनर्जी, कम्यूनिस्ट ये सभी इकट्ठा होकर देश को गुमराह कर रहे हैं."
अमित शाह ने आगे कहा, 'आज मैं बताने आया हूं कि CAA में कहीं पर भी किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है. भारत पर जितना अधिकार मेरा और आपका है, उतना ही अधिकार पाकिस्तान से आए हुए हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई शरणार्थी का है.'
देश के अल्पसंख्यकों को उकसाया जा रहा है कि आपकी नागरिकता चली जाएगी. मैं देश के अल्पसंख्यक भाइयों-बहनों से कहने आया हूं कि CAA को पढ़ लें इसमें कहीं पर भी किसी की भी नागरिकता जाने का कोई प्रावधान नहीं है.अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्य सरकारों ने इस कानून को अपने राज्य में लागू करने से मना कर दिया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम लेते हुए अमित शाह ने कहा, 'कमलनाथ जी जोर-जोर से कहते हैं CAA लागू नहीं होगा, अरे कमलनाथ जी ये जोर से बोलने की उम्र नहीं है आपका स्वास्थ बिगड़ जाएगा. अगर इतना जोर बाकी है तो मध्य प्रदेश को ठीक करिए.'
"देश विरोधी नारे लगाने वाला जेल जाएगा"
जबलपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्रों पर हमला बोला. शाह ने कहा, "JNU में कुछ लड़कों ने भारत विरोधी नारे लगाए, उन्होंने नारे लगाए 'भारत तेरे टुकड़े हो एक हजार, इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह'. ऐसे लोगों को जेल में डालना चाहिए या नहीं? जो देश विरोधी नारे लगाएगा उसका स्थान जेल की सलाखों के पीछे होगा."
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