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"फ्री रेवड़ी देने से मोदी नाराज": केजरीवाल ने ग्वालियर से भरी MP चुनाव की हुंकार

MP Election: CM केजरीवाल और भगवंत मान ने ग्वालियर के मेला ग्राउंड में एक "मेगा रैली" को संबोधित किया.

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इस साल होने वाले मध्य प्रदेश राज्य विधानसभा के लिए जैसे-जैसे भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) चुनावी प्रचार के लिए कदम बढ़ा रही हैं, वैसे-वैसे आम आदमी पार्टी (AAP) भी आगामी चुनाव में पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में जुटी हुई है. आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 1 जुलाई को ग्वालियर के मेला ग्राउंड में एक "मेगा रैली" को संबोधित किया.

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CM केजरीवाल ने ग्वालियर की रैली में क्या कहा ?

अरविन्द केजरीवाल ने ग्वालियर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि "बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने मध्य प्रदेश का नाम खराब किया है. आज एमपी व्यापम घोटाले से जुड़ा है. पहले दिल्ली भी सीडब्ल्यूजी घोटाले और 2जी घोटाले से जुड़ी थी. लेकिन जब से AAP सत्ता में आई है, दिल्ली का नाम स्कूलों, मोहल्ला क्लीनिकों, मुफ्त बिजली और पानी से जुड़ गया है.''

सीएम केजरीवाल ने बिजली के "बढ़ते दाम" और "लगातार बिजली कटौती" को लेकर भी मध्य प्रदेश सरकार पर हमला किया.

'मध्य प्रदेश की जनता के लिए 7 मुफ्त रेवड़ियां देंगे'

उन्होंने जनता से चुनावी लड़ाई में "एक मौका" देने की अपील की. इसी दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश के लोगों को "सात मुफ्त रेवड़ियां" देने का वादा किया.

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'230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप'

आप ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आप के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने 4 फरवरी को भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसकी घोषणा की थी.

मुख्यमंत्री का कौन होगा चेहरा ?

4 फरवरी को भोपाल में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सवाल पूछे जाने पर पाठक ने कहा था, "जनता को यह जानने का अधिकार है कि उनका सीएम कौन बनेगा. पार्टी उचित समय पर सीएम चेहरे पर फैसला करेगी."

ग्वालियर में ही केजरीवाल की मेगा रैली क्यों ?

आपको बता दें कि ग्वालियर-चंबल बेल्ट राज्य में चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण बेल्ट है. इसमें मुरैना, ग्वालियर, भिंड, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, अशोकनगर और गुनाकुल सहित कुल आठ जिले शामिल हैं. ये सब इलाके पहले ग्वालियर का हिस्सा थे और ज्योतिरादित्य सिंधिया की राजनीतिक जागीर के अंतर्गत आते थे.

2018 में कांग्रेस ने यहां की कुल 34 सीटों में से 26 पर जीत हासिल की थी. लेकिन, जब सिंधिया जहाज छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए तो उसके बाद हुए उपचुनाव में दोनों पार्टियों के पास 17-17 विधायक रह गए. अब आम आदमी पार्टी ग्वालियर क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है.

इसके अलावा भौगोलिक दृष्टि से भी देखा जाए तो ग्वालियर दिल्ली के सबसे करीब है.

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