पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंगलवार, 23 मई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी नौकरशाहों की नियुक्तियों और ट्रांसफर को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय अध्यादेश के खिलाफ उनकी लड़ाई में समर्थन करेगी.
केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए देशव्यापी दौरे पर निकले केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ TMC प्रमुख ममता बनर्जी के साथ मिलने सचिवालय पहुंचे थे. इस बैठक में AAP के वरिष्ठ नेता संजय सिंह, राघव चड्ढा और आतिशी भी मौजूद थीं.
बैठक के बाद सीएम केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा कि केंद्रीय अध्यादेश को कानून में बदलने के विधेयक पर राज्यसभा में होने वाला आगामी मतदान "2024 के चुनावों से पहले सेमीफाइनल" होगा.
उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी "बंगाल, पंजाब, तेलंगाना और आंध्र" जैसी गैर-बीजेपी सरकारों को परेशान करने के लिए राज्यपालों का उपयोग करने के अलावा "विधायकों को खरीदती है, सीबीआई, ईडी का इस्तेमाल विपक्षी सरकारों को तोड़ने की कोशिश करती है".
"जब वे (बीजेपी) किसी राज्य में हारते हैं तो वे तीन हथकंडे अपनाते हैं. या तो वे सरकार बनाने के लिए विधायक खरीदते हैं या उस पार्टी के खिलाफ सीबीआई, ED या अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करते हैं. वे दूसरे पक्ष को काम करने से रोकने के लिए कानून का दुरूपयोग भी करते हैं. वे मूल रूप से लोकतंत्र विरोधी हैं और देश के भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचते. अगर हम उन्हें राज्यसभा में हरा सकते हैं, तो यह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल हो सकता है."सीएम केजरीवाल
ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हम केंद्रीय अध्यादेश के खिलाफ लड़ाई में AAP का समर्थन करते हैं ... सभी पार्टियों से अनुरोध है कि वे बीजेपी के कानून (दिल्ली में नियुक्तियों को नियंत्रित करने पर) के लिए वोट न करें."
टीएमसी सुप्रीमो ने यह भी चुटकी ली कि "डबल इंजन (राज्य और केंद्र दोनों में बीजेपी सरकार) एक ट्रबल इंजन बन गयी है". उन्होंने यह भी कहा कि "यह केवल छह महीने की बात है (कि बीजेपी की सरकार केंद्रीय सत्ता में रहेगी) ... लेकिन अगर कोई चमत्कार होता है तो उससे पहले भी बीजेपी को जाना पड़ सकता है."
"अगर हम अब एक नहीं हुए तो इस देश की जनता हमें माफ नहीं करेगी. यह सरकार (केंद्र में) बुलडोजर की, बुलडोजर द्वारा और बुलडोजर के लिए है. यह देश तभी बचेगा जब लोकतंत्र रहेगा."
केजरीवाल ने यहां आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने आज पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का गर्दन पकड़ लिया. इसकी आलोचना करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'वे एक डिप्टी सीएम के साथ ऐसा नहीं कर सकते. वह दोषी नहीं हैं. आरोप अभी साबित नहीं हुए हैं.'
ममता बनर्जी ने इसे आगे जोड़ा, “उन्होंने हमारे साथ भी ऐसा किया. जब वे समन देने के लिए (TMC सांसद और उनके भतीजे) अभिषेक (बनर्जी) के घर आए, तो उन्होंने परिणाम भुगतने की धमकी दी. वे क्या सोचते हैं? हम बंधुआ मजदूर नहीं हैं. वे जो चाहते हैं वह नहीं कर सकते."
"यह भ्रष्ट पार्टियों का गठबंधन है”- बीजेपी
ममता बनर्जी और केजरीवाल के बीच बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए, बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “वे सभी भ्रष्ट हैं. यह भ्रष्ट पार्टियों का गठबंधन है.”
दूसरी तरफ उनके पार्टी सहयोगी समिक भट्टाचार्य ने कहा, 'इन पार्टियों की कोई विश्वसनीयता नहीं है. लोगों ने पहले ही तय कर लिया है कि वे स्थिरता के लिए मतदान करेंगे.”
CM केजरीवाल का अगला पड़ाव- मुंबई
कोलकाता के बाद सीएम केजरीवाल एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगने के लिए मुंबई पहुंचेंगे.
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