बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) के नेतृत्व में कर्नाटक के नए मंत्रिमंडल के गठन के एक सप्ताह भीतर ही असंतोष की सुगबुगाहट दिखने लगी है. नये मंत्रिमंडल में पर्यटन मंत्री बनाये गए आनंद सिंह ने कथित तौर पर आवंटित किये गए पोर्टफोलियो पर अपनी नाराजगी दिखाने के लिए विजयनगर जिले के होसपेट में अपने विधायक ऑफिस को बंद कर दिया है.
हालांकि राज्य के नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 11 अगस्त को फिर से स्पष्ट किया कि मुद्दों को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा और वो आनंद सिंह से बात करेंगे.
“मैं और आनंद सिंह करीब तीन दशकों से दोस्त हैं. हम लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं. कल मेरी उनसे बात हुई थी. आज भी मैं उनसे बात करूंगा. मैं उनके विचारों से अवगत हूं और मैंने भी अपने विचार व्यक्त किए हैं. उसके आने और मुझसे बात करने के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा.”मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई
आनंद सिंह मंत्रालय आवंटन से नाखुश
2019 में कांग्रेस से दलबदल करके बीजेपी में आने वाले आनंद सिंह को हाल ही में गठित कर्नाटक राज्य कैबिनेट में पर्यटन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण विभाग दिया गया है और वो आवंटन के बाद से ही नाराज बताए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने 8 अगस्त को सीएम बोम्मई से अपने त्याग पत्र के साथ मुलाकात की थी और सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया था.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आनंद सिंह ने विजयनगर में अपना कार्यालय बंद कर दिया है, क्योंकि वो वन विभाग मंत्रालय चाहते हैं ,जो उन्हें पिछली बीएस येदियुरप्पा सरकार में मिला था. इसके साथ-साथ उन्होंने एक और महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो- ऊर्जा पर नजर टिका रखी है.
कर्नाटक की बीजेपी सरकार में सिर्फ एक ‘विद्रोही’ नहीं
कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के बाद मुख्यमंत्री पद संभाल रहे बसवराज बोम्मई के लिए कैबिनेट के अंदर सिर्फ आनंद सिंह असहमति की आवाज यही हैं. सिंह की तरह ही 2019 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले एक अन्य मंत्री एमटीबी नागराज ने भी विभागों के आवंटन को लेकर खुले तौर पर नाखुशी जताई है.
नागराज को नगर निगम प्रशासन के साथ-साथ लघु और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग विभाग दिए गए हैं जबकि वो कथित तौर पर हाउसिंग विभाग चाहते हैं. नागराज ने 11 अगस्त को कहा कि सीएम बोम्मई ने उनसे जल्द ही पोर्टफोलियो बदलने का वादा किया था और उन्हें उन पर भरोसा है.
नागराज और सिंह दोनों 2019 में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे और वे JD(S) -कांग्रेस सरकार को गिराने और बीजेपी को सत्ता में वापस लाने में अपनी भूमिका को देखते हुए अपनी पसंद के विभागों की मांग कर रहे हैं.
इस बीच, पार्टी से नाखुश, कोडागु जिले के सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता बेंगलुरु आए और मदिकेरी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अप्पाचु रंजन को मंत्री नहीं बनाये जाने पर फ्रीडम पार्क में विरोध प्रदर्शन किया.
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