बिहार चुनाव नतीजों के बाद नीतीश कुमार ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस संबोधन में कई सवालों के जवाब का सार बताते हुए नीतीश ने कहा- 'अंत भला तो सब भला'. बिहार में मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि उनका कोई दावा नहीं है और ये एनडीए तय करेगा.
मैं कहां कोई दावा कर रहा हूं? निर्णय NDA द्वारा लिया जाएगा.नीतीश कुमार
इससे ठीक एक दिन पहले 11 नवंबर को पीएम मोदी खुद ये साफ कर चुके हैं कि एनडीए में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई पेंच नहीं फंसा है और एनडीए सरकार नीतीश कुमार के ही नेतृत्व में काम करने जा रही है.
हम सभी बीजेपी और एनडीए के कार्यकर्ता, नीतीश कुमार के नेतृत्व में, हर बिहारवासी के साथ, इस संकल्प को सिद्ध करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे.नीतीश कुमार
कहां कमी रह गई?
दरअसल, बिहार में सीएम कौन होगा, ऐसे सवाल इसलिए तैयार हुए क्योंकि इन चुनाव नतीजों ने ये तो साफ कर दिया है कि अब नीतीश कुमार का 'बड़ा भाई' वाला टैग चला गया है. एनडीए गठबंधन में 74 सीटों के साथ बीजेपी ने जहां जोरदार प्रदर्शन किया है वहीं जेडीयू का स्ट्राइक रेट कहीं कम रहा और बमुश्किल 43 सीटें ही पार्टी जीत सकी है. पार्टी का स्ट्राइक रेट बीजेपी की तुलना में खराब रहा, पिछले साल की तुलना में परफॉर्मेंस भी सही नहीं रहा. ऐसे में जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से पूछा कि आखिर कमी रह गई तो नीतीश कुमार ने इशारों- इशारों में विपक्ष की घोषणाओं के बारे में कहा कि 'कुछ लोगों ने दुष्प्रचार किया, बिना मतलब के प्रचार में कई लोग सफल रहे.'
हम ने ये भी बता दिया था कि आगे हमारे मन में क्या-क्या था. कई लोगों ने ऐसा-ऐसा कहा जो हो ही नहीं सकता, उसके बारे में प्रचारित कर रहे थे.नीतीश कुमार
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