बिहार (Bihar) विधानसभा में बजट सत्र के आखिरी दिन काफी हंगामा हुआ. राज्य में हुई हिंसा को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने एक बीजेपी विधायक (BJP MLA Thrown Out) को मार्शल द्वारा सदन के बाहर कर दिया.
दरअसल सदन कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के विधायकों ने सासाराम और बिहार शरीफ में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा को लेकर सरकार से जवाब की मांग की, बीजेपी का कहना है कि सरकार की नाकामी के कारण बिहार में हिंसा की घटनाएं हुई हैं, जबकि सत्ताधारी दल के विधायकों का आरोप है कि बीजेपी ने सोची समझी साजिश के तहत रामनवमी के मौके पर हिंसा फैलाने का काम किया है.
विधानसभा में जब विपक्ष के हंगामे ने जोर पकड़ा तो विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा को मार्शल द्वारा बाहर करवा दिया. जीवेश मिश्रा को चार अफसरों ने उठाकर बाहर किया है, जिसका वीडियो भी सामने आया है.
बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा कि, बिहार में जो दंगा हुआ, हिंदुओं पर अत्याचार हुआ, रामनवमी जुलूस पर पत्थरबाजी हुई मैंने मुख्यमंत्री से सदन में इस पर जवाब मांगा तो विधानसभा अध्यक्ष ने पक्षपात करते हुए मार्शल आउट का आदेश दिया. लोकतंत्र आज शर्मसार हो गया.
ये सब जानबूझकर करवाया गया है: नीतीश कुमार
बिहार में हुए दंगों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि, "जांच जारी है और कुछ दिन में पता चल जाएगा ये सब किसने करवाया है. दोनों जगहों पर कुछ लोग ने गड़बड़ की है. बिहार में पहले कितना झंझट होता है, जब से हम आए (सत्ता) हैं तब से लोगों के बीच शांति स्थापित हुई है. ये जानबूझ कर किसी ने गड़बड़ करने की कोशिश की है."
उन्होंने आगे कहा कि "स्थिति अब नियंत्रण में हैं, एक एक घर की जांच हो रही है. प्रशासन अलर्ट पर है आप सबको बहुत जल्दी पता चल जाएगा कि ये सब किसने किया हैं." साथ ही उन्होंने कहा कि "दो ही लोग है जो सब इधर उधर कर रहे हैं. एक दिल्ली में राज कर रहा है दूसरा उसका एजेंट है."
हिंसा पर पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्व्यंसेवक संघ (आरएसएस) पर आरोप लगाते हुए कहा कि, "बीजेपी और आरएसएस का आदमी सब कुछ कर रहा है. सरकार जांच करवा रही है. जल्द ही सच सामने आएगा. बीजेपी के लोग दंगा करवाते हैं, वे चाहते हैं कि दंगा हो. सरकार जांच कराएगी."
NIA करें दंगों की जांच: बीजेपी
विधानसभा में विपक्ष (बीजेपी) के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, "पहले ये लोग बताएं कि ये किसके एजेंट हैं. भारत मां की संतान के रक्षक या राजनीति और कुर्सी के लिए अपना इमान बेचने वाले लोग हैं. इन दंगों की जांच एनआईए से करवाई जानी चाहिए."
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