बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ‘समर्थन के लिए संपर्क' अभियान के तहत बुधवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करने उनके घर जाएंगे. पालघर उपचुनाव में शिवसेना कैंडिडेट की बीजेपी के हाथों हार के बाद दोनों की ये मुलाकात अहम मानी जा रही है. बीजेपी से नाराज चल रहे गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने पालघर में अलग कैंडिटेट उतारे थे. लेकिन इस सीट पर बीजेपी विजयी रही. ऐसे में शाह और उद्धव की मुलाकात को आगे की रणनीति के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
‘शिवसेना के साथ सुलह की कोशिश’
‘‘अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से मिलने के लिये वक्त मांगा है. इसके बाद उन्हें मुलाकात के लिये बुधवार का वक्त दिया गया है. एनडीए के सहयोगी एक-एक कर बीजेपी को छोड़ रहे हैं. बीजेपी के खिलाफ लोगों में नाराजगी है इसलिए अब पार्टी ने सुलह के उपाय करने शुरू कर दिये हैं.संजय राउत, नेता, शिवसेना
‘बीजेपी के साथ नहीं रहेगा गठबंधन’
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन नहीं रहेगा. राउत ने कहा कि पार्टी प्रमुख ठाकरे ने काफी सोच-विचार करने के बाद यह तय किया कि हम कोई गठबंधन नहीं करेंगे. यह फैसला लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया. मैं नहीं समझता कि इस रुख में कोई बदलाव होगा.
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पालघर उपचुनाव को हमने अकेले लड़ा और हमने दिखाया कि हम अकेले भी चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि हम हार गये, लेकिन यह संदेश सबको गया. हमें इस चुनाव में लाखों वोट मिले, जहां हमने कभी अकेले कोई चुनाव नहीं लड़ा था.संजय राउत, शिवसेना
2019 चुनाव की तैयारी शुरू
बीजेपी नेता सुधीर मुनगंतीवार ने कहा है कि ठाकरे के साथ शाह की यह मुलाकात पार्टी की देशव्यापी ‘समर्थन के लिए संपर्क' अभियान के तहत हो रही है. इसका महाराष्ट्र में पालघर और भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीटों पर हाल में हुए उपचुनाव से कोई लेना देना नहीं है. यह 2019 के चुनावों को लेकर संपर्क का एक प्रयास है.
बीजेपी नेता के मुताबिक, शिवसेना अध्यक्ष के साथ-साथ शाह समाज के विभिन्न वर्गों से करीब 15-20 लोगों से मुलाकात करेंगे. मोदी सरकार के चार साल का कार्यकाल पूरा करने पर बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए ‘समर्थन के लिए संपर्क' कार्यक्रम की शुरुआत की है.
(इनपुटः PTI)
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