महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी और शिवसेना में गठबंधन लगभग तय हो गया है. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने क्विंट को बताया कि शिवसेना 126, बीजेपी 144 और सहयोगी पार्टियां 18 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.
साथ ही बीजेपी, शिवसेना को उप-मुख्यमंत्री पद देने पर राजी हो गई है.
सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन का ये फॉर्मूला गुरुवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अमित शाह की बैठक में तय हुआ है.
सूत्रों का कहना है कि अमित शाह के कहने पर ही बीजेपी शिवसेना के लिए 126 सीटें छोड़ने पर राजी हुई है. हालांकि, अभी बीजेपी-शिवसेना गठबंधन का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. एक से दो दिन के अंदर गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया जा सकता है.
महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं. 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. बीजेपी-शिवसेना के सामने कांग्रेस-एनसीपी की चुनौती होगी.
BJP-शिवसेना गठबंधन का कांग्रेस-NCP से सीधा मुकाबला
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सीधी टक्कर कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से है. साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरी थीं. इस चुनाव में बीजेपी पहली बार राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. देवेंद्र फडणवीस बीजेपी की तरफ से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता बने थे. बीजेपी को चुनाव में 122 सीटें हासिल हुई थीं. 145 के बहुमत से पीछे रहने के बाद पार्टी ने शिवसेना से गठबंधन किया था.
इससे पहले शिवसेना के साथ ही गठबंधन में बीजेपी 1995 से 1999 के बीच सत्ता में रह चुकी थी. लेकिन उस वक्त शिवसेना के मनोहर जोशी और नारायण राणे मुख्यमंत्री रहे थे. तब बीजेपी गठबंधन में नंबर 2 रहा करती थी.
लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर तकरार चलती रही. हालांकि, आखिर में दोनों पार्टियों के बीच समझौता हो गया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बंपर जनसमर्थन मिला और गठबंधन 48 में से 41 सीटों पर जीत गया. वहीं कांग्रेस-एनसीपी केवल 5 सीटें हासिल कर सके थे.
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