ADVERTISEMENTREMOVE AD

हादसे में कटी यूपी बीजेपी चीफ की उंगली, समारोह में मची अफरातफरी

मुजफ्फरनगर में एक स्वागत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे स्वतंत्र देव सिंह

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

बीजेपी के कद्दावर नेता स्वतंत्र देव सिंह को हाल ही में उत्तर प्रदेश बीजेपी की कमान सौंपी गई है. स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं. इसी सिलसिले में वह सोमवार को मुजफ्फरनगर पहुंचे थे, जहां उनके लिए स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था. स्वतंत्र देव सिंह जैसे ही समारोह स्थल पर पहुंचे, कार से उतरने के दौरान एक हादसा हो गया. कार से उतरने के दौरान उनके दाहिने हाथ की छोटी उंगली दरवाजे में फंस गई और कटकर अलग हो गई.

स्वतंत्र देव सिंह को मुजफ्फरनगर में आरटीओ ऑफिस का भी उद्घाटन करना था. लेकिन हादसे के वजह से उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. फिलहाल, मुजफ्फरनगर के ही एक अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है, जहां उनकी सर्जरी हो रही है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

समारोह स्थल पर मौजूद रहे एक बीजेपी नेता ने घटना की जानकारी देते हुए बताया-

समारोह स्थल पर कार से उतरने के दौरान उनके दाहिने हाथ की छोटी उंगली कार के दरवाजे में फंस गई. इसकी वजह से उनकी उंगली कटकर गिर गई. आधी उंगली कटकर अलग हो गई. मुकेश जैन सीनियर ऑर्थोपेडिक को बुलाया गया है. वह सर्जरी कर रहे हैं.   

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अवनीश अवस्थी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया-

उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह को अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में चोट लगी है. उन्होंने संदेश दिया है कि (मुजफ्फरनगर में) उनका ध्यान रखा जा रहा है, हालांकि चोट के लिए उपयुक्त सर्जरी की जरूरत है.
0

बीते महीने सौंपी गई थी संगठन की कमान

संगठन की समझ, ईमानदारी और मेहनत से काम करने की अपनी शैली और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने की कला में माहिर स्वतंत्र देव सिंह को बीते 16 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी ने देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद की कमान सौंपी थी.

स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में परिवहन मंत्री हैं. उत्तर प्रदेश के नए बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त हुए स्वतंत्र देव सिंह हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश के प्रभारी थे. विधानसभा चुनाव में हालांकि बीजेपी को मध्य प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा था लेकिन पार्टी ने लोकसभा की 29 में से 28 सीटें जीतीं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×