कर्नाटक (Karnataka) की राजनीति में कई दिनों की हलचल के बाद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने से पहले वो कैमरे पर भावुक नजर आए. येदियुरप्पा को हटाए जाने का लिंगायत समुदाय में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. लिंगायत मठों ने बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी है. पंचमासली को छोड़कर सभी लिंगायतों ने येदियुरप्पा का समर्थन किया है. वहीं, दूसरी ओर येदियुरप्पा की इस तरह से विदाई पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) ने सवाल खड़े किए हैं और पूछा है कि किस कारण उन्हें पद से हटाया गया.
लिंगायत मठ येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने से काफी नाराज हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि बीजेपी को इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
लिंगायत मठों ने किया इस्तीफे का विरोध
कर्नाटक के लिंगेश्वर मंदिर के मठाधीश शरन बासवलिंगा ने कहा कि येदियुरप्पा को पद से हटाने का फैसला गलत है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, बासवलिंगा ने कहा कि बीजेपी ने बिना सोचे समझे ये फैसला लिया है. लिंगायत मठाधीश इस मुद्दे पर जल्द ही बैठक करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अगर बिना विचार के फैसला किया तो पार्टी को पांच हजार मठाधीश्वरों का विरोध झेलना होगा.
येदियुरप्पा के सीएम पद से इस्तीफे पर बालेहोसुर मठ के डिंगलेश्वर स्वामी ने कहा कि उन्होंने दर्द में इस्तीफा दिया है. स्वामी ने कहा, "बीएस येदियुरप्पा ने दर्द में इस्तीफा दिया है. कर्नाटक बीजेपी आंसुओं में बह जाएगी. बीजेपी को अपने फैसले पर दोबारा सोचना चाहिए."
कांग्रेस ने पूछा- 'इस्तीफा क्यों दिया?'
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, डीके शिवकुमार ने कहा है कि येदियुरप्पा को अपने आंसुओं के पीछे का कारण सभी को बताना चाहिए. शिवकुमार ने कहा, "ये दर्द किस कारण से है? मुख्यमंत्री को बताना चाहिए. क्या लोगों ने दो साल से कोरोना की तकलीफ देखी है इसलिए आप दुखी हैं? क्या आप सरकार के कारण दुखी हैं? क्या आप इसलिए दुखी हैं कि आपकी पार्टी के सदस्य को हाईकमान कंट्रोल नहीं कर पाई? उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि वो क्यों दुखी हैं."
शिवकुमार ने आगे कहा कि वहां येदियुरप्पा नहीं, बल्कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री रो रहे हैं, राज्य रो रहा है.
कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि येदियुरप्पा मोदी के ताजा शिकार हैं. उन्होंने कहा, "मोदी जी का रिकॉर्ड आडवाणी जी, एम.एम.जोशी जी, केशुभाई पटेल जी, शांता कुमार जी, यशवंत सिन्हा जी और कई अन्य लोगों की दर्दनाक और जबरन रिटायरमेंट से भरा है."
सुरजेवाला ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, पूर्वी आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद और सुशील मोदी को भी इस लिस्ट का हिस्सा बताया. उन्होंने लिखा, "अब हम जानते हैं कि दिल्ली की निरंकुशता सीएम तय करती है, न कि बीजेपी के विधायक."
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने येदियुरप्पा के इस्तीफे पर कहा, "मुझे येदियुरप्पा से सहानुभूति है. दिल्ली के नेताओं ने बार-बार कहा था कि येदियुरप्पा बूढ़े हो गए हैं. हम तभी खुशी मनाएंगे जब भ्रष्ट बीजेपी चुनाव में हारेगी."
"भ्रष्टाचार बीजेपी के डीएनए में है और ये मुख्यमंत्री बदलने से नहीं बदलेगा. बीजेपी अनैतिक 'ऑपरेशन कमल' के जरिये सत्ता में आई थी और कर्नाटक, बीजेपी को बाहर करने से ही बेहतर होगा. जब चुनाव में पार्टी हार जाती है तो सीएम का इस्तीफा देना लोकतंत्र में एक आदर्श है. जब बहुमत वाली पार्टी का कोई मुख्यमंत्री इस्तीफा दे देता है तो कर्नाटक के लोगों को कारण बताना पड़ता है. येदियुरप्पा के इस्तीफे का कारण क्या है? बुढ़ापा या भ्रष्टाचार?"सिद्धारमैया, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री
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