जातीय हिंसा में झुलस रहे यूपी के सहारनपुर में मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पीड़ित परिवारवालों से मिलने शब्बीरपुर गांव पहुंचीं.
बीते 5 मई को क्षत्रिय और दलित समुदाय के बीच हुई इस हिंसा के बाद दलितों की हितैषी कही जाने वाली मायावती ने जातीय हिंसा के लिए यूपी की योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा:
सहारनपुर में हुई घटना दर्दनाक है. यह सरकार पक्षपात कर रही है. कोई भी सरकार समाज को जोड़ती है, लेकिन बीजेपी की सरकार समाज को तोड़ने के लिए आई है.
मायावती ने शब्बीरपुर गांव में हुई घटना पर पार्टी फंड से मुआवजे की घोषणा की. जिन पीड़ितों के घर जले हैं, मायावती ने उन्हें 50 हजार रुपये और घायलों को 25 हजार की सहायता राशि देने की घोषणा की.
'दलितों की रक्षा करने में योगी सरकार फेल'
जातीय हिंसा में जले दलितों के घर को देखने के बाद मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार दलितों की रक्षा करने में फेल हो गई है. उन्होंने कहा, ''जिला प्रशासन और पुलिस पक्षपात कर रही है. सरकार की शह पर यहां जिला व पुलिस प्रशासन दलित विरोधी काम कर रहा है.''
हेलिकॉप्टर से नहीं, सड़क से आना पड़ा सहारनपुर
मायावती दिल्ली से सड़क के रास्ते सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव पहुंचीं. पहुंचने से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “अगर मुझे कुछ होता है तो बीजेपी सरकार उसके लिए जिम्मेदार होगी, क्योंकि मैं हेलिकॉप्टर से जाना चाहती थी, लेकिन रोड से जाने के लिए मजबूर हूं.”
उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं ने सहारनपुर के डीएम और एसएसपी से मिल हेलिपैड की परमिशन मांगी थी, लेकिन वह ठुकरा दी गई.
क्या है सहारनपुर हिंसा का मामला
5 मई को महाराणा प्रताप की जयंती के मौके पर शोभयात्रा निकाली जा रही थी. इस शोभायात्रा के दौरान डीजे बजाने से रोकने पर दलितों और ठाकुरों में झड़प हुई थी. झड़प के दौरान ठाकुर समाज के एक युवक की मौत हो गई थी. घटना के बाद दलितों के 60 से ज्यादा मकान और कई गाड़ियां जला दिए गए थे.
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