लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी भले ही पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहते हों लेकिन कांग्रेस की वर्किंग कमिटी ने उनकी इस पेशकश को खारिज कर दिया. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि राहुल को ऐसा करने से रोकने के लिए कांग्रेस के सीनियर नेता पी चिदंबरम ने भावुक अपील की थी.
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में जब राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात सामने आई तो पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि अगर राहुल इस्तीफा देंगे तो दक्षिण में पार्टी के कार्यकर्ता आत्महत्या कर लेंगे.
CWC ने खारिज की इस्तीफे की पेशकश
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी की मीटिंग में राहुल गांधी ने इस्तीफा देने की पेशकश की. तब पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं ने उनसे ऐसा नहीं करने का आग्रह किया. सभी नेताओं ने राहुल गांधी के पद छोड़ने की बात को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया. जब पार्टी नेताओं ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले पर हस्तक्षेप करने के लिए कहा, तो सोनिया ने कहा कि राहुल गांधी पद पर बने रहना चाहते हैं या नहीं, ये पूरी तरह राहुल का ही फैसला है.
प्रियंका गांधी ने बताया ‘जल्दबाजी में लिया गया फैसला’
प्रियंका गांधी वाड्रा ने राहुल के फैसले को जल्दबाजी में लिया जा रहा फैसला बताया. उन्होंने ये भी कहा कि अगर राहुल इस्तीफा देते हैं, तो इसका मतलब ये हुआ कि वो बीजेपी के जाल में फंस गए. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस्तीफा देने की पेशकश रखने के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि वो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के लिए लड़ते रहेंगे और पार्टी के लिए आगे भी काम करते रहेंगे.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश को पार्टी ने नकार दिया है. मीटिंग में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया है कि पार्टी को अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की जरूरत है."
बता दें, कांग्रेस वर्किंग कमिटी की मीटिंग में मनमोहन सिंह, कैप्टन अमरेंद्र सिंह, मीरा कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत पार्टी के 21 दिग्गज नेता शामिल हुए.
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