डोकलाम का 'जिन्न' एक बार फिर सामने आया है. कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश के डोकलाम पर चीनी सैनिकों के कब्जे को लेकर पीएम मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया. विपक्षी पार्टी ने कहा कि मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा और रणनीतिक हितों के साथ समझौता कर लिया है. वहीं विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इस बात को खारिज करते हुए कहा है कि डोकलमा में यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं किया गया है. जहां पिछले साल करीब 2 महीने तक भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध के हालात बने हुए थे.
कांग्रेस ने पीएम पर 'समझौता' करने का आरोप लगाया
कांग्रेस की तरफ से प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया से कहा, " सैटेलाइट पिक्चर और मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने भारतीय सीमा के निकट डोकलाम में सैन्य प्रतिष्ठान बनाए हैं, जो संकेत देता है कि भारत की सुरक्षा औप रणनीतिक हितों से समझौता किया गया है."
सुरजेवाला ने कहा, "सैटेलाइट पिक्चर्स से लगता है कि जब चीनी सैनिक डोकलाम में कब्जा कर रहे थे, तब सरकार सो रही थी. ऐसा लगता है कि चीन भारतीय सीमा के निकट डोकलाम जैसी स्थिति दोबारा बनाने की योजना बना रहा है."
मजाकिया अंदाज में कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "प्रधानमंत्री को चुनावी भाषण की कला में महारत हासिल है, जबकि वो हमारी सीमाओं की सुरक्षा करने में वह बुरी तरह से विफल हुए हैं." सैटेलाइट पिक्चर्स को दिखाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि चीन ने दो मंजिला वाच टॉवर, सात हेलीपैड और कई सैन्य प्रतिष्ठान का निर्माण डोकलाम में किया है. उन्होंने कहा, "चीन ने पूरे डोकलाम पर कब्जा कर लिया है, हमारे देश की सरकार क्या कर रही है? क्या सरकार, प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री को इन निर्माणों के बारे में पता है?"
सुषमा स्वराज की आलोचना करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने अगस्त में एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा गया कि दोनों देशों के सैनिक तेजी से पीछे हट रहे हैं.
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस तरह की धारणाओं को खारिज करते हुए कहा, ‘‘हमारा ध्यान कुछ खबरों की ओर गया है जो डोकलाम में हालात के संबंध में सरकार की ओर से बताई गयी स्थिति की सटीकता पर सवाल खड़ा करती हैं.'' उन्होंने कहा कि गतिरोध वाली जगह पर किसी तरह के बदलाव के बारे में बार बार पूछे गये सवालों के जवाब में सरकार कह चुकी है कि इस तरह के आरोपों का कोई आधार नहीं है. कुमार ने कहा, ‘‘सरकार एक बार फिर दोहराती है कि गतिरोध स्थल पर यथास्थिति में बदलाव नहीं किया गया है. इसके उलट कोई भी धारणा गलत और शरारतपूर्ण है.''
कुमार ने ये भी कहा कि इस बात को याद किया जा सकता है कि डोकलाम में उपजे गतिरोध के हालात को भारत और चीन के बीच कूटनीतिक बातचीत के बाद सुलझा लिया गया था, जिसके आधार पर दोनों पक्ष गतिरोध वाली जगह से अपने जवानों को हटाने के लिए एक सहमति पर पहुंचे थे.
सुषमा पर बरसे रणदीप सुरजेवाला
विदेश मंत्रालय के इस बयान से पहले, कांग्रेस ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर जमकर निशाना साधा. सुरजेवाला ने कहा "सुषमा स्वराज जी ने ये संसद में कहा, और जब हमने विवरण के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सैनिक अपनी चौकियों को लौट रहे हैं. इस बिंदु पर उस वक्त उनके बयान पर सवाल उठाने का कोई कारण नहीं था."
उन्होंने कहा कि डोकलाम के तनाव को हल किए जाने के बाद चीन के विदेश मंत्री ने कहा था कि उसने सैनिकों को हटा लिया है, लेकिन वो इलाके में गश्त जारी रखेगा. कांग्रेस नेता ने सरकार से जानना चाहा कि डोकलाम तिराहे के मुद्दे पर भविष्य में फैसला कैसे होगा, जब चीन ने पूरे डोकलाम पर कब्जा कर लिया है.
पाकिस्तान सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या बढ़ने और सीमा पार गोलीबारी में भारतीय सैनिकों के लगातार शहीद होते चले जाने का जिक्र करने पर कांग्रेस नेता ने कहा, "यहां तक कि भारत के आर्मी चीफ बिपिन रावत कहते हैं कि सैनिक सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और वे शहीद हो रहे हैं." उन्होंने कहा, "रावत कहते हैं कि सेना अपना काम कर रही है, लेकिन उनसे यह भी पूछिए कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप कब होगा."
(इनपुट: एजेंसी)
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