महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों की वोटिंग के बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग को EVM और बैलेट बॉक्स के कॉम्बिनेशन वाला एक सिस्टम सुझाया है. उन्होंने राजनीतिक दलों से भी इस विकल्प पर विचार करने की अपील की है.
दिग्विजय ने 21 अक्टूबर को ट्विटर पर क्विंट की एक रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा, ''हरियाणा-महाराष्ट्र चुनाव 2019: देखिए, किस तरह बड़ी तकनीकी खामी के चलते EVM-VVPAT से छेड़छाड़ हो सकती है. चुनाव आयोग को इस खामी के बारे में पता है, लेकिन उसने चुप्पी साध रखी है.''
इसके आगे उन्होंने लिखा है, ''अगर CEC (मुख्य चुनाव आयुक्त) अभी भी EVM पर जोर देते हैं तो मैं एक अनुरोध करता हूं. बैलेट यूनिट पर बटन दबाने के बाद वोटर को स्क्रीन पर 7 सेकेंड के लिए पिक्चर दिखने की बजाए प्रिंटर से प्रिंटेड वोट मिले, जिसे वह बैलेट बॉक्स में डाल सके.''
दिग्विजय ने कहा कि अब CEC दलील देंगे कि इससे वोटों की गिनती में काफी वक्त लगेगा. इसके बाद उन्होंने कहा कि अभी की तरह ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक CEC किन्हीं 5 बूथों पर प्रिंटेड वोटों को चेक करें.
‘’अगर बैलेट बॉक्स में वोटों की संख्या काउंटिंग यूनिट में वोटों की संख्या से मैच नहीं करती तो उस निर्वाचन क्षेत्र के सभी पोलिंग बूथों पर बैलेट बॉक्स के जरिए काउंटिंग कराई जाए, उसके बाद ही नतीजे घोषित किए जाएं.’’दिग्विजय सिंह, कांग्रेस
इसके अलावा दिग्विजय ने कहा है, ''अगर वोटर प्रिंटेड वोट बैलेट बॉक्स में डालेगा तो वह या राजनीतिक दल का उम्मीदवार शिकायत नहीं कर सकता. इसमें वक्त भी उतना ही लगेगा. इसलिए यह EVM और बैलेट बॉक्स के कॉम्बिनेशन का विश्वसनीय सिस्टम होगा.''
उन्होंने कहा है कि जिन राजनीतिक पार्टियों ने CEC से EVM के इस्तेमाल पर रोक लगाकर बैलेट बॉक्स सिस्टम पर लौटने की अपील की थी, उनको भी इस विकल्प पर विचार करना चाहिए.
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