दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है. आम आदमी पार्टी के ट्विटर अकाउंट से ये दावा किया गया. इसके बाद पार्टी के तमाम नेताओं ने भी यही बात दोहराई है कि सीएम केजरीवाल को नजरबंद कर दिया गया है. क्योंकि वो कल किसानों से मिलने के लिए सिंघू बॉर्डर गए थे. हालांकि दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि ऐसी खबरें गलत हैं और सीएम को नजरबंद नहीं किया गया है.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि ‘कल जब अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर गए थे, उसके बाद से BJP बुरी तरह घबरा गई है, बीजेपी नेताओं ने उसके बाद से अरविंद केजरीवाल को हाउस अरेस्ट कर रखा है. बीजेपी को डर है कि कहीं अरविंद केजरीवाल किसानों के समर्थन में सड़क पर न निकल आएं.
दिल्ली पुलिस पर आरोप
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मिलकर और किसानों को समर्थन देकर आए हैं, केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री को अपने ही घर में बैरिकेड लगाकर लगभग नजरबंद किया हुआ है, उनसे न कोई मिल सकता है, न वो बाहर आ सकते हैं.
डीसीपी उत्तरी दिल्ली एंटो अल्फोंस ने बताया कि AAP और किसी अन्य पार्टी के बीच टकराव से बचने के लिए यह सामान्य तैनाती है. वहीं सतीश गोलचा, विशेष पुलिस आयुक्त, ने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के आने-जाने पर प्रतिबंध है, ये बातें एकदम बेबुनियाद हैं.
बता दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों ने सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में किसानों से कल मुलाकात की थी और उनके लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
इस दौरे के दौरान अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला था, उन्होंने किसानों के बंद का समर्थन करते हुए मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि उनको अस्थायी जेल बनाने के लिए दबाव डाला गया था. उन्होंने कहा था जब किसान बॉर्डर पर आए थे तो केंद्र सरकार, दिल्ली पुलिस ने हमसे दिल्ली के 9 स्टेडियम को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी.
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद बुलाया है. किसान नेताओं ने कहा है कि "बंद पूरे दिन रहेगा. चक्का जाम सिर्फ दोपहर 3 बजे तक होगा. ये एक शांतिपूर्ण बंद होगा." तीन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. कांग्रेस, AAP, टीएमसी, एसपी समेत दर्जन भर से ज्यादा दलों ने किसान आंदोलन और भारत बंद को समर्थन दिया है.
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