जेएनयू हिंसा के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन के दौरान 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर दिखने पर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर सवाल दागे हैं.
फडणवीस ने ट्वीट कर कहा है, ''यह पोस्टर है किसलिए? 'फ्री कश्मीर' के नारे क्यों? मुंबई में हम ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? सीएमओ से 2 किलोमीटर की दूरी पर आजादी गैंग द्वारा 'फ्री कश्मीर' के नारे? उद्धव जी क्या आप अपनी नाक के नीचे इस 'फ्री कश्मीर' भारत विरोधी अभियान को बर्दाश्त करने जा रहे हैं?''
इस मामले पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ''मैंने अखबार में पढ़ा है कि जिसने ‘फ्री कश्मीर’ का बैनर उठाया था, उन्होंने साफ किया कि वे इंटरनेट सेवाओं, मोबाइल सेवाओं और बाकी मुद्दों पर पाबंदियों से आजादी चाहते हैं. अगर कोई भारत से कश्मीर की आजादी की बात करता है तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.''
बता दें कि दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में 5 जनवरी की शाम भारी हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी. इसके खिलाफ 6 जनवरी को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन हो रहा था. उसी दौरान वहां ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर दिखा था.
जेएनयू हिंसा के विरोध में पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से लेकर लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक प्रदर्शन हुए हैं. भारत की बात करें तो पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु यूनिवर्सिटी, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, मुंबई यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, अंबेडकर यूनिवर्सिटी, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पुणे स्थित सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय, टिस मुंबई, यादवपुर यूनिवर्सिटी, प्रेजिडेंसी यूनिवर्सिटी, कोलकाता और आईआईटी मुंबई में जेएनयू हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किए गए.
ऑक्सफोर्ड, कोलंबिया और ससेक्स यूनिवर्सिटीज के छात्रों ने भी जेएनयू हिंसा के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. नेपाल में जेएनयू के पूर्व छात्र काठमांडू के मैतीघर मंडाला में जुटे और जेएनयू हिंसा का विरोध किया.
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