वीडियो एडिटर: कनिष्क दांगी
22 फरवरी को मुजफ्फरनगर से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के समर्थकों और ग्रामीणों में शाहपुर थाने के शोरम गांव में मारपीट हुई. ये तब हुआ जब ग्रामीण किसान आंदोलन के समर्थन में नारे लगा रहे थे. संजीव बालियान की तरफ से कहा गया कि ये लोग दरअसल आरएलडी के थे, लेकिन जब क्विंट हिंदी ने गांव का दौरा किया तो लोगों ने बताया कि दरअसल वो तो बीजेपी के समर्थक हैं.
बालियान को भी करना पड़ रहा है विरोध का सामना
पश्चिमी यूपी में बीजेपी से नाराज किसानों को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी ने इलाके के बीजेपी नेताओं को दी है. लेकिन इन नेताओं को गांवों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. मुजफ्फरनगर से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान को भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. 21 फरवरी को शामली को उनके खिलाफ नारे लगे. फिर 22 फरवीर को शोरम गांव में मारपीट हो गई. हालांकि संजीव का कहना है कि शोरम गांव में वो किसानों को मनाने नहीं एक अन्य कार्यक्रम में गए थे.
शोरम गांव के बिट्टू ने दावा किया वो बीजेपी के बूथ अध्यक्ष हैं. ये बात संजीव बालियान समर्थकों को पता थी लेकिन फिर उन्हें पीटा गया. इसी तरह किसान पिनकर बालियान ने बताया कि वो तो दो बार से बीजेपी को ही वोट कर रहे हैं, फिर भी सांसद के समर्थकों ने उन्हें पीटा. किसान कहते हैं कि किसान आंदोलन को समर्थन और केंद्र सरकार के कानूनों के विरोध करने के कारण ही ये मारपीट हुई है.
हालांकि संजीव बालियान ने क्विंट से बातचीत में बताया कि इन्हें किसान कहना किसानों का मजाक उड़ाना है. 21 फरवरी को नारा लगाने वाले समाजवादी पार्टी के लोग थे और 22 को झड़प के शामिल लोग आरएलडी के थे.
शोरम गांव के लोगों ने मारपीट की घटना के बाद शाहपुर थाने पर धरना भी दिया था
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