पूर्व AIADMK नेता शशिकला (Sasikala) और उनके समर्थकों के खिलाफ तमिलनाडु (Tamil Nadu) के विल्लुपुरम जिले के रोशनाई पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. ये एफआईआर पूर्व AIADMK मंत्री सीवी शानमुगम की शिकायत पर दर्ज की गई है. शनमुगम ने आरोप लगाया है कि उन्हें सोशल मीडिया और मोबाइल फोन के जरिये धमकी मिली.
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की करीबी, शशिकला और उनके 500 समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 (1), 109 और आईटी एक्ट 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, AIADMK विल्लुपुरम उत्तर जिला सचिव, शानमुगम ने 9 जून को शिकायत दर्ज कराई थी. नेता ने कहा कि 7 जून को उन्होंने शशिकला के खिलाफ बयान दिया और कहा था कि उन्हें कभी भी पार्टी में वापस नहीं आने दिया जाएगा. शनमुगम ने आरोप लगाया कि शशिकला ने "कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी", उन्होंने "अपने गुंडों को मौत की धमकी देने के लिए उकसाया". उन्होंने दावा किया कि उनके मोबाइल पर 500 से ज्यादा कॉल आए और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से धमकियां मिलीं.
कुछ समय पहले शशिकला और पार्टी के कुछ सदस्यों के बीच कथित बातचीत का ऑडियो सामने आया था. इसमें, शशिकला को कथित तौर पर ये कहते हुए सुना गया था कि वो "पार्टी को ठीक करने" के लिए राजनीति में लौटेंगी, जो वर्तमान नेतृत्व के कारण "गंभीर तनाव में है." शशिकला खेमे ने कहा था कि टेप सही हैं और दावा किया कि बातचीत "और कुछ भी नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए उनकी कॉल थी जिन्हें नियुक्ति दी गई थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण आने में असमर्थ थे." AIADMK नेताओं ने इन टेप्स को 'राजनीतिक ड्रामा' करार दिया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)