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TDP को झटका,4 राज्यसभा सांसद पार्टी से इस्तीफा देकर BJP में शामिल

बीजेपी में विलय के लिए उपराष्ट्रपति को सौंपा समर्थन पत्र

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आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू को बड़ा झटका लगा है. टीडीपी के चार राज्यसभा सांसद पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

टीडीपी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले राज्यसभा सांसदों में सीएम रमेश, टीजी वेंटकेश, जी मोहन राव और वाईएस चौधरी शामिल हैं. गुरुवार को टीजी वेंकटेश, सीएम रमेश और मोहन राव ने कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली.

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बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने बताया कि टीडीपी सांसद जी मोहनराव पैर में मोच आने की वजह से बीजेपी मुख्यालय नहीं पहुंच सके. वह बाद में पार्टी की सदस्यता लेंगे.

बीजेपी में विलय के लिए उपराष्ट्रपति को सौंपा समर्थन पत्र

राज्यसभा में छह सदस्यों वाली तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) के चार सदस्यों, वाई एस चौधरी, सी एम रमेश, जी मोहन राव, और टी जी वेंकटेश ने पार्टी का बीजेपी में विलय करने के अनुरोध का प्रस्ताव नायडू को सौंप दिया.

पत्र में उन्होंने कहा कि टीडीपी के राज्यसभा में नेता चौधरी की अध्यक्षता में पार्टी की विधायी दल की बैठक में यह फैसला किया गया. उच्च सदन में पार्टी के उप नेता रमेश भी इस बैठक में मौजूद थे. चारों सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आस्था जताते हुये अपने गुट का विलय बीजेपी में करने का फैसला किया है.

बीजेपी में विलय के लिए उपराष्ट्रपति को सौंपा समर्थन पत्र

चारों सदस्यों ने सभापति से संविधान की दसवीं अनुसूची के पैरा चार के तहत बीजेपी में अपने गुट का तत्काल प्रभाव से विलय करने का अनुरोध किया है. राज्यसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि टीडीपी के चारों सदस्यों ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा और राज्यसभा में नेता सदन थावर चंद गहलोत की मौजूदगी में नायडू से मुलाकात कर उन्हें इस आशय के प्रस्ताव का अनुरोध पत्र सौंपा. इसमें उन्होंने नायडू से विलय के प्रस्ताव को मंजूरी देने का अनुरोध किया है.

बता दें, चार सदस्यों का समर्थन मिलने से राज्यसभा में बहुमत के संकट से जूझ रही एनडीए को राहत मिलेगी. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के पास राज्यसभा में फिलहाल बहुमत नहीं है.

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता वाली टीडीपी के राज्यसभा में छह सदस्य हैं. दलबदल विरोधी कानून के मुताबिक, किसी दल से अलग हुये नये गुट को तभी मान्यता मिलेगी, जबकि उसके दो तिहाई सदस्य इस गुट में शामिल हों. पार्टी के शेष दो सदस्य के. रवीन्द्र कुमार और थोटा सीताराम लक्ष्मी हैं.

राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 245 है. उच्च सदन में सर्वाधिक 71 सदस्यों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है.

छुट्टियों पर हैं टीडीपी अध्यक्ष

एक तरफ टीडीपी के चार राज्यसभा सांसद बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वहीं टीडीपी अध्यक्ष चंद्र बाबू नायडू अपने परिवार के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं. खबर है, टीडीपी के कई दूसरे नेता भी जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.

बता दें, बीजेपी के पास मौजूदा आंध्र प्रदेश में विधानसभा में कोई भी विधायक नहीं है, जबकि पिछली विधानसभा में बीजेपी को पांच सीटें मिली थी. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का टीडीपी के साथ गठबंधन था. जबकि इस बार हुए चुनाव में टीडीपी ने बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ा था.

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विधानसभा चुनावों में टीडीपी का बुरा प्रदर्शन

बता दें, आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा चुनाव हुए थे. चुनाव के दौरान टीडीपी अध्यक्ष चंद्र बाबू नायडू केंद्र में तीसरे मोर्चे की तैयारियों में जुटे रहे और राज्य में उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा.

टीडीपी आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में महज 3 ही सीटें ही जीत पाईं, जबकि वाईएसआर कांग्रेस ने 22 सीटों पर कब्जा किया. वहीं विधानसभा चुनावों में टीडीपी ने प्रदेश की 175 सीटों में से महज 23 सीटें ही जीतीं. सबसे ज्यादा सीटें 151 वाईएसआर कांग्रेस के खाते में आईं. जनसेना पार्टी ने एक सीट पर कब्जा किया.

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