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गौतम गंभीर, फिर जयंत सिन्हा.. BJP की लिस्ट से पहले दिग्गज चुनावी राजनीति को क्यों कह रहे टाटा?

गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें चुनावी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया है.

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 पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा (Jayant Sinha) ने भी चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी है. जयंत सिन्हा ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें चुनावी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया है.

जब बीजेपी जल्द ही लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने को तैयार है, तो पार्टी के ये बड़े चेहरे चुनावी राजनीति से दूरी क्यों बना रहे हैं? चलिए आपको बताते हैं कि दोनों नेताओं ने इसके पीछे की वजह क्या बताई है?

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जयंत सिन्हा

जयंत सिन्हा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से मुझे मेरे प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है ताकि मैं भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकूं."

हालांकि, चुनावी जिम्मेदारियों से मुक्त होने के बाद भी पार्टी के लिए काम करने का वादा करते हुए उन्होंने आगे कहा, "मैं आर्थिक और शासन संबंधी मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखूंगा. मुझे पिछले दस वर्षों में भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला है. मुझे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी और भाजपा नेतृत्व द्वारा कई अवसर दिए जाने का आशीर्वाद मिला है. सभी के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता. जय हिन्द!"

गौतम गंभीर

गंभीर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, "मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि वो मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं. मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय गृहमंत्री अमित शाह जी को धन्यवाद देता हूं. जय हिन्द!"

गौरतलब है कि क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर मार्च 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे. बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें ईस्ट दिल्ली सीट से उम्मीदवार बनाया था. गंभीर ने 6 लाख 95 हजार 109 वोट से AAP की प्रत्याशी आतिशी और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को हराया था. 

चुनावी राजनीति से दूरी बनाने की असल वजह क्या है?

यह घोषणाएं उन खबरों के बीच आई हैं कि दोनों नेताओं का आगामी 2024 चुनावों में टिकट कट सकता है. बताया जा रहा है कि बीजेपी कई नए नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है.

उम्मीद है कि बीजेपी जल्द ही 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी. उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे दिग्गज शामिल हो सकते हैं.

गौरतलब है कि पार्टी ने दिल्ली में मैराथन बैठकें की हैं. इसमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उनके दिल्ली आवास पर हुई बैठक भी शामिल थी, जो गुरुवार रात 11 बजे शुरू हुई और शुक्रवार सुबह 4 बजे समाप्त हुई.

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