गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के ‘रिप्लेसमेंट’ को लेकर गुजरात के राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज होती दिख रही हैं. खबरों की मानें, तो आनंदीबेन पटेल ने इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी को भी फोन किया था.
ऐसी चर्चा है कि नितिन पटेल आनंदीबेन की जगह ले सकते हैं. नितिन पटेल और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच मुलाकात होने की भी खबरें आ रही हैं.
आनंदीबेन पटेल की छुट्टी क्यों?
बीजेपी में पिछले काफी दिनों से इस बात पर विचार-विमर्श जारी है कि साल 2017 में होने वाले चुनावों से पहले आनंदीबेन पटेल को किस तरह रिप्लेस किया जाए.
NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एक ऐसी रणनीति बनाना चाहते हैं, जिससे गुजरात बीजेपी के हाथ से न निकले.
आनंदीबेन पटेल पर 9 महीने पुराने पाटीदार आंदोलन को ठीक ढंग से न संभालने का आरोप है. इस आंदोलन की वजह से पटेल समुदाय और बीजेपी के रिश्तों में दूरियां पैदा हुई हैं. वहीं, नवंबर-दिसंबर में होने वाले लोकल बॉडी इलेक्शन में बीजेपी की हार भी एक कारण के रूप में देखी जा रही है.
कथित जमीन घोटाला भी है एक बड़ा कारण
आनंदीबेन पटेल को हटाए जाने के पीछे एक कथित जमीन घोटाला भी एक कारण बताया जा रहा है. आनंदीबेन पटेल की बेटी अनार पटेल की कंपनी को राज्य सरकार की ओर से कौड़ियों का भाव में जमीन दिए जाने का आरोप है.
नितिन पटेल के अलावा, गुजरात बीजेपी अध्यक्ष विजय रूपानी, राष्ट्रीय बीजेपी उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम रुपाला और शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंग चुदासमा का नाम भी चर्चा में है. हालांकि गुजरात के बीजेपी प्रवक्ता भरत पांड्या ने इन सभी अफवाहों को सिरे से खारिज किया है.
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