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JDU के 16 उम्मीदवार घोषित, 4 सीट पर नए प्रत्याशी-मुंगेर से ललन, शिवहर से लवली आनंद को टिकट

सीतामढ़ी से सुनिल कुमार पिंटू का टिकट कट गया है, उनकी जगह पर दिनेश चंद्र ठाकुर को उम्मीदवार बनाया गया है.

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नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने NDA गठबंधन में मिली बिहार की 16 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने एक बार फिर मुंगेर में अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर भरोसा जताया है तो शिवहर से लवली आनंद को टिकट दिया है.

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किसे कहां से मिला टिकट?

जेडीयू ने भागलपुर से अजय कुमार मंडल, बांका से गिरधारी यादव, गोपालगंज से डॉ. आलोक कुमार सुमन, जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी (अति पिछड़ा), झंझारपुर से रामप्रीत मंडल (अतिपिछड़ा), कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी, मधेपुरा से दिनेश चंद्र यादव, मुंगेर से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, नालंदा से कौशलेंद्र, पूर्णिया से संतोष कुशवाहा, सुपौल से दिलेश्वर कामत, वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार (कुशवाहा) को टिकट दिया है.

सीतामढ़ी से सुनिल कुमार पिंटू का टिकट कट गया है, उनकी जगह पर दिनेश चंद्र ठाकुर को उम्मीदवार बनाया गया है.

चार सीट पर नए प्रत्याशी

पार्टी ने शिवहर से लवली आनंद, सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर, सिवान से विजयालक्ष्मी कुशवाहा और किशनगंज से मास्टर मुजाही को टिकट दिया है.

किसका कटा टिकट?

काराकाट से महाबली सिंह का टिकट कट गया है क्योंकि यह सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को चली गई. गया से विजय मांझी का टिकट कट गया है क्योंकि यह सीट जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को मिली है. सीतामढ़ी से सुनिल कुमार 'पिंटू' का टिकट कट गया है, उनकी जगह पर दिनेश चंद्र ठाकुर को उम्मीदवार बनाया गया है और सिवान में कविता सिंह की जगह पर राजलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट मिला है.

जातीय समीकरण पर JDU का कितना ध्यान?

नीतीश कुमार ने टिकट बांटते समय से बिहार की कास्ट पॉलिटिक्स पर पूरा ध्यान दिया है. 16 प्रत्याशियों में से 5 अति पिछड़ा, 3 कुशवाहा, 2 यादव, 1 कुर्मी, 1 राजपूत, 1 भूमिहार, 1 ब्राह्मण, 1 दलित और 1 मुस्लिम को टिकट दिया है.

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लिस्ट में क्या खास है?

जेडीयू ने 16 में से 12 सीट पर अपने सांसदों पर दोबारा भरोसा जताया है. शिवहर सीट पिछले बार बीजेपी कोटे में थी और वहां से रमा देवी थी, लेकिन इस बार ये सीट जदयू के हिस्से में गई है. आरजेडी से जदयू में आई लवली आनंद को नीतीश कुमार ने शिवहर से टिकट दिया है.

लवली आनंद पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी हैं. पिछले दिनों बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद RJD के विधायक और उनके बेटे चेतन आनंद विश्वासमत के दौरान पाला बदलकर जेडीयू के खेमे में चले गए थे.

वहीं, सीतामढ़ी के जेडीयू उम्मीदवार देवेश चंद्र ठाकुर विधान परिषद के सभापति हैं और ब्राह्मण जाति से आते हैं. वो मौजूदा समय में तिरहुत स्नातक सीट से एमएलसी हैं. ठाकुर नीतीश की पहली सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

जबकि पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा की पत्नी विजया लक्ष्मी के साथ जेडीयू में शामिल हुए थे. ऐसे में पार्टी ने सिवान सीट से कविता सिंह का टिकट काटकर विजया लक्ष्मी को टिकट दिया है. पिछले दिनों रमेश कुशवाहा और उनकी पत्नी के जेडीयू में वापसी पर कविता ने फेसबुक पर पोस्ट कर बधाई दी थी.

2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू 17 सीट पर चुनाव लड़ी थी और उसे 16 पर जीत मिली थी, पार्टी को केवल किशनगंज में हार मिली, जहां कांग्रेस के डां. मोहम्मद जावेद जीते थे. हालांकि, यहां जेडीयू के महमूद अशरफ दूसरे और AIMIM के अख्तरूल इमाम तीसरे नंबर पर थे. लेकिन JDU ने इस बार महमूद अशरफ की जगह मुजाहिद आलम को टिकट दिया है. दिलचस्प बात यह है कि इस बार भी AIMIM ने किशनगंज से प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है.

AIMIM किशनगंज के अलावा अररिया, पूर्णिया, कटिहार, दरभंगा , मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, करकट, बक्सर, गया और भागलपुर में भी प्रत्याशी उतारेगी. इन सीटों पर AIMIM के चुनाव लड़ने से महागठबंधन को सीधा नुकसान और NDA को सीधा फायदा होने की उम्मीद है.

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