मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर संकट और गहरा गया है. दरअसल मध्य प्रदेश विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है. इस बीच वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं.
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मध्य प्रदेश के सियासी घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें
- मध्य प्रदेश विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों में कमलनाथ सरकार के 6 मंत्री भी शामिल हैं
- राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि हरदीप सिंह डंग, तुलसी राम सिलावट (मंत्री), राज्यवर्धन सिंह, प्रभुराम चौधरी (मंत्री) , गोविंद सिंह राजपूत (मंत्री), ब्रजेन्द्र सिंह यादव, जसपाल सिंह जग्गी, महेन्द्र सिंह सिसोदिया (मंत्री), सुरेश धाकड़, जसवंत जाटव, संतराम सरोनिया, इमरती देवी (मंत्री), मुन्नालाल गोयल, प्रद्युम्न सिंह तोमर (मंत्री), रणवीर सिंह जाटव, ओपीएस भदौरिया, कमलेश जाटव, गिरीराज दंडौतिया, रघुराज सिंह कंसाना ने अपने इस्तीफे ई मेल के जरिए भेजे हैं. कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह, अदल सिंह और मनोज चौधरी ने भी 10 मार्च को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया
- खबरों के मुताबिक, सिंधिया खेमे के ज्यादातर विधायक बेंगलुरु के एक रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं.
- कांग्रेस ने 10 मार्च को कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, ''कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सिंधिया को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने को स्वीकृति दी."
- हालांकि सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने इस्तीफे की जो कॉपी शेयर की, उस पर 9 मार्च की तारीख है. सिधिंया ने इस्तीफा देते हुए कहा, ''अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना मेरा हमेशा से मकसद रहा है. मैं इस पार्टी में रहकर अब यह करने में अक्षम में हूं.''
- मध्य प्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 10 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी के साथ सिंधिया की बैठक लगभग एक घंटे तक चली
- ज्योतिरादित्य सिंधिया जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं
- सिंधिया समर्थक विधायकों के मुताबिक, सिंधिया कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाखुश थे
- सियासी संकट के बीच कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने सोमवार रात इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मंत्रिमंडल का नए सिरे से गठन किया जाएगा
- मध्य प्रदेश की राजनीति में यह नई हलचल ऐसे समय में हुई है, जब प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पास (बागी विधायकों सहित) 114 विधायक हैं और उसे 4 निर्दलीय, बीएसपी के 2 और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है. बीजेपी के पास 107 विधायक हैं.
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टॉपिक: बीजेपी कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया
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