लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया. कांग्रेस नेता चुनाव के दौरान दावा कर रहे थे कि पार्टी इस बार काफी अच्छा प्रदर्शन करने जा रही है. इसके लिए कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में न्याय का नारा भी दिया. लेकिन बड़ी हार के बाद कांग्रेस नेता कमलनाथ का कहना है कि पार्टी ने प्रियंका गांधी और न्याय योजना को लॉन्च करने में देर कर दी.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि पार्टी लोगों तक अपना मैसेज पहुंचाने में कामयाब नहीं रही. इसके लिए प्रियंका गांधी को कांग्रेस कैंपेनिंग में पहले ही जुड़ जाना चाहिए था. कमलनाथ के राज्य मध्य प्रदेश में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई. उनके बेटे भी यहां से लोकसभा चुनाव में उतरे थे.
क्या रही मध्य प्रदेश में हार की वजह?
कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में अपनी हार की वजह पर बात करते हुए कहा, बीजेपी की इलेक्शन मशीनरी हमारे मुकाबले काफी मजबूत रही. मोदी का मैसेज और बीजेपी का एजेंडा लोगों तक काफी अच्छी तरह से पहुंचा. लेकिन हमारा मैसेज लोगों तक उस तरह से नहीं पहुंच पाया. चुनाव से 6 महीने पहले ही आरएसएस के कार्यकर्ता सभी राज्यों में निकल चुके थे. उन्होंने उन मुद्दों की पहचान की जिन्हें उठाया जाना चाहिए था.
राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की इतनी बड़ी हार पर कमलनाथ ने कहा कि उनके नेतृत्व पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है. वह हमारे नेता हैं और आगे भी वही रहेंगे
न्याय को नहीं समझ पाए लोग
न्याय योजना पर पूछे गए सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा, हम इसे पहले ही शुरू कर सकते थे. ये सब काफी लेट शुरू हुआ. लोगों ने इसे एक कैंपेन की तरह समझा. जबकि ये उससे कहीं बढ़कर था. न्याय योजना के तहत कांग्रेस ने 5 करोड़ गरीबों को हर साल 72 हजार देने की बात कही थी.
मध्य प्रदेश के भोपाल में दिग्विजय सिंह की हार और प्रज्ञा ठाकुर की जीत पर कमलनाथ ने कहा कि ये सिर्फ हिंदुत्व की वजह से हुआ. जब लोग सोचते हैं कि वो एक हिंदू के तौर पर ही वोट करेंगे तो बाकी सब कुछ भूल जाते हैं.
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