केरल (Kerala) के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammed Khan) ने रविवार को कहा कि केरल पुलिस ने उन पर हुए हमले के तीन साल पुराने मामले में केस नहीं दर्ज किया क्योंकि इस मामले में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन शामिल थे. राज्यपाल ने मीडिया से कहा कि अगर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया, तो यह गृहमंत्री के प्रभारी की वजह से हुआ, जो मौजूदा वक्त में राज्य के मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने विशेष रूप से पुलिस को इसकी रिपोर्ट नहीं करने का निर्देश दिया था.
मैं कल उन सभी पत्रों को पेश करने जा रहा हूं, जो सीएम ने मुझे लिखे थे. मैं उन अन्य चीजों के बारे में बात नहीं करने जा रहा हूं, जहां उन्होंने मुझसे मेरा फेवर मांगा है. मैं केवल उसके बारे में बात करूंगा जो, उन्होंने लिखा है. उन्होंने आश्वासन दिया था कि विश्वविद्यालयों में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा, अब हस्तक्षेप हो रहा है और वे विश्वविद्यालयों पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहे हैं.आरिफ मोहम्मद खान, राज्यपाल, केरल
तीन साल पहले उन पर हुए हमले का जिक्र करते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने आरोप लगाया कि कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति का इस्तेमाल उनकी मौजूदगी का पता लगाने के लिए किया गया, जिससे उन पर हमला किया जा सके, यह एक साजिश थी. वे मुझे डराना चाहते थे और कोई रास्ता नहीं है.
आरिफ मोहम्मद खान ने आगे कहा कि मंत्रियों के निजी कर्मचारी दो साल के लिए आजीवन पेंशन के हकदार हैं, यह लूट है. अगर राजकोष लूटा जा रहा है तो आप मुझसे चुप रहने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
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