नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. शुक्रवार 10 मार्च को करीब 24 जगहों पर छापेमारी के बाद ED ने शनिवार को कई अहम खुलासे करके सबको चौंका दिया.
एजेंसी ने दावा किया कि इस मामले की जांच के दौरान 600 करोड़ के अवैध लेन-देन का पता चला है. देखिए इस मामलें में बीते दो दिनों में क्या-क्या हुआ और अब ये केस कहां खड़ा है.
लालू यादव के करीबियों पर रेड
शुक्रवार को ईडी ने लालू यादव की तीन बेटियों रागिणी, चंदा और हेमा यादव, बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, इसके अलावा पूर्व आरजेडी विधायक सईद अबु दोजना, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना और प्रवीण जैन के ठिकानों सहित कुल 24 जगहों पर छापेमारी की. ये रेड पटना, दिल्ली, मुंबई, रांची, फुलवारी शरीफ सहित कई जगहों पर एक साथ हुई. एजेंसी ने कई घंटों तक लालू के परिवार से पूछताछ भी की.
इसपर लालू यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, "मेरी बेटियों, नन्हे-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधु को भाजपाई ED ने 15 घंटों से बैठा रखा है. क्या इतने निम्नस्तर पर उतर कर बीजेपी?"
ED ने कई अहम खुलासे किए
रेड के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को कई बड़ी बातें कहीं. ईडी ने दावा किया कि रेड के दौरान लालू यादव के परिवार के पास से करीब 1 करोड़ रुपये कैश सीज किया गया है. इसके अलावा नौकरी के बदले जमीन मामले में कुल 600 करोड़ के लेन-देन की बात सामने आई है, इसमें 350 करोड़ की अचल संपत्ति और 250 करोड़ की बेनामी प्रोपर्टी शामिल है.
ईडी ने आगे बताया कि रेड के दौरान करीब 1900 डॉलर विदेशी मुद्रा, 540 ग्राम सोना, 1.5 किलो सोने के आभूषण भी बरामद किए गए हैं.
इन सबके अलावा पश्चिमी दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में तेजस्वी यादव का एक घर भी चर्चा में बना हुआ है. ईडी के अनुसार, ये घर सिर्फ 4 लाख रुपये में खरीदा गया, लेकिन इसकी कीमत आज के बाजार में करीब 150 करोड़ रुपये है.
आरोपों पर तेजस्वी का पलटवार
ईडी के आरोपों पर तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि "याद करिए- 2017 में भी कथित 8000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैंकड़ों संपत्तियां, अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का WhiteLand कंपनी का UrbanCube मॉल भी मिला था. भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते."
नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 2017 में भी ये सब हुआ था, तब हम (RJD-JDU) अलग हो गए थे, अब हम साथ हैं तो फिर से रेड हो रहे हैं, इसपर हम क्या ही कहें.
नौकरी के बदले जमीन मामले में कुछ अन्य बड़े अपडेट
ईडी की टीम ने शुक्रवार को तेजस्वी के नई दिल्ली स्थित आवास पर छापा मारा और तेजस्वी से 11 घंटे तक पूछताछ की.
सीबीआई पहले ही लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ नौकरी के बदले जमीन मामले में चार्जशीट दायर कर चुकी है.
इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. भोला यादव जो लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहने के दौरान उनके विशेष कार्य अधिकारी थे. इसके अलावा हृदयानंद चौधरी और धर्मेंद्र राय जो रेलवे कर्मचारी और घोटाले के कथित लाभार्थी थे.
तेजस्वी यादव को शनिवार को सीबीआई ने तलब किया था, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर अपनी गर्भवती पत्नी राजश्री के स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देते हुए नई तारीख मांगी है.
क्या है जमीन के बदले नौकरी का मामला?
इस मामले में आरोप है कि लालू प्रसाद यादव ने 2004-09 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए, भारतीय रेलवे के विभिन्न विभागों में ग्रुप डी के पदों पर नियुक्तियां की थीं. इसके बदले में लोगों ने अपनी जमीन लालू यादव के परिवार के सदस्यों के नाम कर दी. ये काम कथित तौर पर लालू यादव के परिवार के स्वामित्व वाली एक कंपनी 'ए के इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड' के जरिए किया गया था.
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