जमीन के बदले नौकरी घोटाले केस( Land For Job scam) में ED ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की करीबियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की. दिल्ली में उनकी बेटी मीसा भारती और बेटे तेजस्वी यादव के घर पर भी छापेमारी की खबर है. बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर से लेकर बिहार तक करीब 15 ठिकानों पर रेड चल रही है. शुक्रवार को आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दोजाना के आवास पर छापेमारी की गई. अबू दोजाना आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते हैं.
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और लालू प्रसाद से पूछताछ की थी. ईडी का मामला सीबीआई की एफआईआर पर आधारित है.
अपने मामले में, सीबीआई ने आरोप लगाया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन जीएम और सीपीओ के साथ साजिश रचकर जमीन के बदले लालू प्रसाद के परिवार के करीबी रिश्तेदारों के नाम पर लोगों को नियुक्त किया.
क्या है आरोप?
सीबीआई ने लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, उनकी दो बेटियों और 15 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक अधिकारी ने बताया कि 2004-2009 की अवधि के दौरान लालू यादव ने रेलवे के विभिन्न जोन में समूह डी पद पर नियुक्तियों के एवज में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन-जायदाद के ट्रांसफर के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया था.
पटना के कई निवासियों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से लालू प्रसाद और उनके परिवार द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी के पक्ष में अपनी जमीन बेच दी और उपहार में दे दी. वे ऐसी अचल संपत्तियों के हस्तांतरण में भी शामिल थे.
जोनल रेलवे में ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया, फिर भी पटना के निवासियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में नियुक्त किया गया था.
सीबीआई ने कहा, इस गतिविधि को जारी रखते हुए, पटना में स्थित लगभग 1,05,292 वर्ग फुट भूमि, अचल संपत्तियों को यादव और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा पांच सेल डीड्स और दो गिफ्ट्स डीड्स के जरिए अधिग्रहित किया गया, जिसमें अधिकांश भूमि हस्तांतरण में विक्रेता को किए गए भुगतान को दर्शाया गया.
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