मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार संकट में है. कांग्रेस के करीब डेढ़ दर्जन विधायकों के फोन बंद हैं और वो बेंगलुरु में हैं. ये सभी विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के बताए जा रहे हैं. ऐसे में अब कांग्रेस के सीनियर लीडर और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को लेकर इशारे-इशारों में कहा है कि जो सही कांग्रेसी है वह कांग्रेस में ही रहेगा.
ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर जब पत्रकारों ने दिग्विजय सिंह से ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से संपर्क करने की कोशिश की है लेकिन बताया गया कि उन्हें स्वाइन फ्लू है.
दिग्विजय सिंह ने कहा,
हमने सिंधिया जी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बताया गया कि वह स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं. इस कारण उनसे बात नहीं हो पाई. जो सही में कांग्रेसी हैं वो कांग्रेस में ही रहेगा.
बता दें कि सोमवार को मध्य प्रदेश के 6 मंत्रियों समेत सिंधिया गुट के 17 विधायकों के दिल्ली और बेंगलुरु जाने के साथ ही कमलनाथ सरकार के सामने संकट खड़ा हो गया है. जिसके बाद मध्य प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों ने सोमवार देर रात इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने देर रात कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी, जहां सभी ने सीएम को अपने इस्तीफे सौंपे. मुख्यमंत्री ने सभी के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं.
सिंधिया पार्टी से नाराज हैं?
दरअसल कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सीट और प्रदेश अध्यक्ष पद की शर्तें न माने जाने के कारण माना जा रहा है कि सिंधिया पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इसी नाराजगी की वजह से कांग्रेस के करीब डेढ़ दर्जन विधायकों के फोन बंद कर बेंगलुरु में डेरा जमा लिया है. जिसके बाद से कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं, ये सभी विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के बताए जाते हैं, कांग्रेस जहां सिंधिया और उनके कैंप के विधायकों से संपर्क कर मनाने की कोशिश कर रही है.
मंत्रियो के इस्तीफे पर बोले शिवराज,
कमलनाथ सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह को ही जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की जयंती पर उन्हें नमन कर एक संदेश देने की कोशिश की है.
शिवराज ने कहा,
“सबसे पहले सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं. हमें कांग्रेस से कुछ लेना देना नहीं है. ये उनका अंदरूनी मामला है. हमारी सरकार गिराने में कोई रुचि नहीं है. आज माधवराव सिंधिया की जयंती है मैं उनको प्रणाम करता हूं.”
मध्य प्रदेश की राजनीति में आज का दिन काफी अहम है, आज शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. वहीं बीजेपी ने भी अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है.
मध्य प्रदेश का पॉलिटिकल गेम
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं. राज्य के 2 विधायकों का निधन हो गया जिसके बाद विधानसभा की मौजूदा शक्ति 228 हो गई है. फिलहाल, कांग्रेस के 114 विधायक हैं और इस वक्त सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 है. कांग्रेस को 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक एसपी विधायक का समर्थन मिला हुआ है. इस तरह कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन है जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक हैं. अगर 17 विधायक कांग्रेस का साथ छोड़ देते हैं तो कांग्रेस के पास 97 विधायक रह जाएंगे ऐसे में 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक समाजवादी पार्टी के विधायक के समर्थन के बाद भी उसके पास 104 विधायकों होंगे.
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