महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में 235 सीटों पर लड़ी वंचित बहुजन आघाडी (VBA) को एक भी सीट नहीं मिली है. हालांकि प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई वाली इस पार्टी ने 25 सीटों पर हार-जीत का फैसला करने में अहम भूमिका निभाई है.
दरअसल क्विंट ने जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा की तो 25 ऐसी सीटें सामने आईं, जहां कांग्रेस/NCP के उम्मीदवार दूसरे नंबर रहे, BJP/शिवसेना के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की और उनकी जीत का अंतर VBA को मिले वोटों से कम रहा.
इस तरह इन सीटों पर (कांग्रेस/NCP के वोट + VBA वोट), BJP/शिवसेना के वोटों से ज्यादा रहे. इन 25 सीटों में से BJP ने 20 सीटें जीती हैं, जबकि 5 सीटें शिवसेना के खाते में गई हैं.
क्या ये सीटें गेम बदल सकती थीं?
महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना गठबंधन ने 161 विधानसभा सीटें जीती हैं. वहीं कांग्रेस-NCP गठबंधन को 102 सीटें मिली हैं. अगर BJP-शिवसेना गठबंधन इन सीटों पर हार जाता और विपक्षी गठबंधन को इन पर जीत मिल जाती तो आंकड़े इस तरह होते:
- BJP-शिवसेना: 161 - 25 = 136
- कांग्रेस-NCP+: 102 + 25 = 127
- अन्य: 25
इस स्थिति में BJP 85 सीटों के आंकड़े पर पहुंच जाती और शिवसेना का आंकड़ा 51 का हो जाता. ऐसे में BJP-शिवसेना गठबंधन 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के आंकड़े (145) से 9 सीट पीछे रह जाता. हालांकि उस हालत में कौन सरकार बनाता इसका जवाब आसानी से नहीं दिया जा सकता, लेकिन बहुमत साबित करने के लिए एक रेस तो शुरू हो ही जाती.
किन सीटों पर VBA ने बदली स्थिति
वो सीटें, जहां कांग्रेस उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे और BJP/शिवसेना की जीत का अंतर VBA को मिले वोटों से कम रहा
- अकोला वेस्ट - BJP
- अरनी - BJP
- बल्लारपुर - BJP
- चिखली - BJP
- चिमूर - BJP
- धममगांव रेलवे - BJP
- खामगांव - BJP
- नागपुर साउथ - BJP
- पुणे कैंट - BJP
- रालेगांव - BJP
- शिवाजीनगर - BJP
- तुलजापुर - BJP
- यवतमाल - BJP
- चांदीवली - शिवसेना
- चेंबूर - शिनसेना
- नांदेड़ नॉर्थ - शिवसेना
वो सीटें, जहां NCP उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे और BJP/शिवसेना की जीत का अंतर VBA को मिले वोटों से कम रहा
- चालीसगांव - BJP
- दौंड - BJP
- गेवराई - BJP
- जिंतूर - BJP
- खडकवासला - BJP
- मालशिरस - BJP
- उल्हासनगर - BJP
- ओसमानाबाद - शिवसेना
- पैथान - शिवसेना
उदाहरण के लिए चिमूर सीट पर कांग्रेस को 77,394 वोट मिले और बीजेपी के खाते में 87,146 वोट आए. इस तरह यहां कांग्रेस पर बीजेपी की जीत का अंतर 9,752 रहा. जबकि VBA को 24,474 वोट मिले. अगर इन वोटों को कांग्रेस के वोटों के साथ मिला दें तो यह आंकड़ा 1,01,868 का हो जाता है, जो BJP को मिले वोटों से काफी ज्यादा है.
अकोला वेस्ट सीट पर कांग्रेस को 70,669 वोट मिले, उसे यहां BJP ने 2,593 वोटों के अंतर से हराया. यहां भी VBA को हार-जीत के अंतर से ज्यादा वोट (20,687) मिले. दौंड सीट पर NCP को BJP ने 746 वोटों के अंतर से हराया. VBA को यहां भले ही 2,633 वोट मिले हों, लेकिन यह संख्या हार-जीत के अंतर से ज्यादा है.
अपने प्रदर्शन से VBA भी होगी निराश
VBA ने इस बार अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि उसने काफी संख्या में अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारे. दरअसल VBA वो पार्टी है, जिसने महाराष्ट्र में इस बार सबसे ज्यादा सीटों (235) पर चुनाव लड़ा. मगर VBA को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली, वो 9 सीटों (अकोला वेस्ट, अकोट, बालापुर, बुल्ढाना, कलमनुरी, लोहा, मुरिजापुर, सोलापुर सिटी नॉर्थ, वाशिम) पर दूसरे नंबर पर रही. इस प्रदर्शन को देखकर पार्टी महसूस कर रही होगी कि अगर वो कम सीटों पर लड़ती और उन्हीं पर ज्यादा एनर्जी के साथ फोकस करती तो शायद उसका प्रदर्शन अच्छा होता.
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